हैदराबाद। तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में एक दवा बनाने वाली फैक्ट्री में रिएक्टर यूनिट में हुए जोरदार धमाके में 36 मजदूरों की मौत हो गई है। यह हादसा सोमवार सुबह करीब 9:30 बजे पाशमिलारम की सिगाची इंडस्ट्रीज में हुआ। उधर दूसरी तरफ तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को घोषणा की कि उनकी सरकार सिगाच इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रबंधन के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेगी कि विस्फोट में मृतकों के परिवारों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए।
घटना स्थल का दौरा करने के बाद सीएम रेड्डी ने मीडिया को बताया कि मृतकों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है। गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को 10 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल होकर काम पर लौटने में सक्षम लोगों को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, तत्काल और आपातकालीन जरूरतों के लिए राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को एक-एक लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देगी।
मृतकों में ओडिशा, बिहार, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और तेलंगाना लोग हैं। विस्फोट के समय कारखाने में 143 लोग मौजूद थे, जिनमें से 56 लोगों का पता चल चुका है।
मीडिया खबरों के अनुसार, मल्टी जोन 2 के पुलिस अधिकारी वी. सत्यनारायण ने बताया कि शुरुआत में बताया था कि इस हादसे में 8 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 6 की मौके पर ही मौत हो गई और 2 की अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जैसे-जैसे बचाओ अभियान आगे बढ़ता गया मलबे में शव मिलते गए। बताया जाता है कि 31 शव मलबे में मिले, जबकि 3 मौतें अस्पताल में इलाज के दौरान हुईं।
स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजा नरसिम्हा ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी मंगलवार, 1 जुलाई को सुबह दुर्घटना स्थल का निरीक्षण करेंगे। इससे पहले, एक सरकारी बयान में बताया गया कि मुख्यमंत्री ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और अधिकारियों को फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने तथा उन्हें उन्नत चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने का निर्देश दिया।
बचाव कार्य के लिए NDRF, DRF, SDRF और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर लगाई गई। धमाके की वजह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि रिएक्टर में तेजी से रासायनिक प्रतिक्रिया होने से यह विस्फोट हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि मजदूर 100 मीटर दूर जा गिरे। विस्फोट से रिएक्टर यूनिट पूरी तरह नष्ट हो गई और मलबे में कुछ मजदूरों के दबे होने की आशंका है। आग बुझाने के लिए दो फायर रोबोट और आपदा राहत यूनिट भी लगाई गई हैं।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, हादसे के वक्त कई कर्मचारी रिएक्टर के पास काम कर रहे थे। आग तेजी से फैली, जिससे कई लोग अंदर फंस गए। इस फैक्ट्री में उत्तर प्रदेश, ओडिशा और अन्य राज्यों के कर्मचारी काम करते थे। कुछ कर्मचारी आग से बच निकले, लेकिन कई लोग बुरी तरह झुलस गए।लपटों में बुरी तरह झुलस गए हैं।