रायगढ़। रायगढ़ जिले के धर्मजयगढ़ के नजदीक स्थित टोनहीनारा गांव के नाम से महिलाएं लज्जित हो रहीं हैं। इस गांव का नाम बदलने के लिए ग्राम पंचायत ने 2020 में प्रस्ताव पारित कर प्रशासन को भेजा था। लेकिन, नाम नहीं बदला गया। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र ने राज्य शासन को पत्र लिख कर टोनहीनारा ग्राम का नाम बदलने की मांग की है। Tonhinara Gaon
डॉ दिनेश मिश्र ने बताया कि रायगढ़ जिले के धर्मजयगढ़ में ही टोनहीनारा नाम का गांव है। वहां की ग्राम पंचायत में 29 जुलाई 2020 में एक प्रस्ताव पारित कर, जनपद पंचायत धर्मजयगढ़, और स्थानीय प्रशासन को भेजा था। जो कि जिलाधीश रायगढ़ द्वारा 6 मई 2022 को मंत्रालय नया रायपुर में भेजा गया है। इस बात को भी काफी समय बीत चुका है। पर अब तक उस आवेदन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इससे ग्रामीणों में काफी निराशा है।
डॉ मिश्र ने कहा “टोनही एक ऐसा शब्द है जो एक अंधविश्वास जादू टोने से जुड़ा हुआ है। छत्तीसगढ़ में अनेक महिलाओं को जादू टोने के शक में न केवल प्रताड़ित किया जाता है, बल्कि मारपीट हत्याएं भी हुई हैं। सरपंच एवं ग्रामीणों का यह मानना है कि उनके गांव की जो महिलाएं हैं, जब वह किसी दूसरे गांव में उनकी शादी के लिए बात होती है। तब आपसी चर्चा में यह कहा जाता है कि वह टोनहिन हैं। जिस प्रकार बस्तर की महिला को बस्तरहिन सरगुजा की महिला को सरगुजहीन जैसे कहा जाता है। उसी प्रकार उन्हें टोनहीनारा गांव की महिलाओं को टोनहिन कहा जाता हैं। जो उन्हें अपमानजनक लगता है तथा शादियों व नए रिश्ते जुड़ने में भी परेशानी और असुविधा हो रही है।
उन्होंने कहा कि किसी भी महिला के साथ टोनही शब्द जुड़ना उसके लिए जीवनभर के लिए अभिशाप बन जाता है। वह महिला व उस का परिवार जीवन भर के लिए विषाद और तनाव और दुख का कारण बन जाता है। टोनहीनारा का नाम बदल दिया जाए, जिससे उस गांव के निवासियों खासकर महिलाओं को इस अपमान शर्मिंदगी से मुक्ति मिल सके।
इसलिए नाम पड़ा टोनहीनारा
जानकारी के अनुसार, गांव के पास एक नाला है, इस नाले के पास जादू टोने के शक में एक बुजुर्ग महिला की हत्या दी गई थी। टोनही का शव मिलने से उस स्थान का नाम ही टोनाहीनारा रख दिया गया। जो अनेक दशकों बाद भी ज्यों का त्यों है। बाद में गांव की आबादी बढ़ गई,स्कूल बना, कार्यालय बने पर गांव के नाम में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।