राजनांदगांव। राजनांदगांव जिले में पुलिस ने डोंगरगढ़ के प्रज्ञागिरी पहाड़ी के पास संचालित आश्रम के योग गुरू को गिरफ्तार किया है। आश्रम की आड़ में योग गुरू गांजे का धंधा संचालित कर रहा था। पुलिस ने आश्रम पर छापा मारा और गांजे की पुड़िया, सेक्स टॉय और नशीले इंजेक्शन बरामद किए हैं। इस बाबा के विदेशों तक फॉलोवर हैं। विदेशियों से बने संबंधों के जरिए अवैध दवाइयों का नेटवर्क भी बाबा चलाता था। Dongargarh Ashram
पुलिस के अनुसार, आरोपी बाबा का कहना है कि वह डोंगरगढ़ का स्थायी निवासी है। बीते10 वर्षों से गोवा में एक योगाश्रम चलाता है। जहां वह विदेशी पर्यटकों को योग और ध्यान की शिक्षा देता है।वह गोवा की तर्ज पर डोंगरगढ़ के प्रज्ञागिरी क्षेत्र में एक नया योगाश्रम तैयार कर रहा है। गोवा में बाबा ने विदेशी पर्यटकों को योग सिखाने के नाम पर एक नेटवर्क खड़ा किया था।
विदेशी महिलाएं, रिट्रीट पैकेज, मेडिटेशन कैंप चला रहा था। यही मॉडल अब वो डोंगरगढ़ शुरू करने की तैयारी में था। वापसी के बाद उसने प्रज्ञागिरी की पहाड़ी के पास एक आश्रम बनाया और लोगों को बताया कि वह गोवा जैसा हेरिटेज योग सेंटर खोल रहा है, जिसमें ध्यान, साधना, आत्मबोध और योग सिखाया जाएगा।
पुलिस के अनुसार, पुलिस ने डोंगरगढ़ के प्रज्ञागिरी पहाड़ी के पास संचालित आश्रम में छापा मारा था। आश्रम में तलाशी के दौरान बरामदे में रखे दीवान से 1.993 किलो गांजा, सेक्स टॉय, नशीली गोलियां, इंजेक्शन और कई आपत्तिजनक सामग्री मिली। फार्महाउस के एक कमरे में कुछ वीडियो उपकरण और विदेश से मंगाए बॉक्स भी मिले, जिनकी जांच अब साइबर सेल कर रही है। पूछताछ में बाबा तरुण ने खुद को 100 देशों में घूम चुका ‘अंतरराष्ट्रीय योगगुरु’ बताया है। उसने यह भी दावा किया कि वह 10 से ज्यादा एनजीओ का डायरेक्टर है और विदेशों से फंडिंग आती है। पुलिस एनजीओ, पासपोर्ट, बैंक खातों और सोशल नेटवर्क्स की जांच कर रही है।