नेशनल ब्यूरो/नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि कांग्रेस के देशव्यापी ‘संविधान बचाओ’ आंदोलन से घबराकर और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए मोदी सरकार आपातकाल की बात कर रही है, जबकि सच्चाई यह है कि पिछले 11 वर्षों से देश में अघोषित आपातकाल लागू है।
कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश एवं कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा के साथ पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मोदी सरकार महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, आर्थिक बदहाली जैसे मुद्दों पर अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए पचास वर्ष बाद आपातकाल का मुद्दा उठा रही है। यदि संविधान संकट में है, तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण ही है।
संविधान को नहीं मानता संघ
भाजपा-आरएसएस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि देश की आजादी और संविधान निर्माण में जिनका कोई योगदान नहीं रहा, जिन लोगों ने कभी संविधान और बाबासाहेब अंबेडकर का पुतला जलाया था, वे आज संविधान के सम्मान की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस का कहना था कि संविधान में मनुस्मृति के अंश नहीं हैं, इसलिए वे इसे स्वीकार नहीं करेंगे।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दमन
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दमन कर रही है और विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। यदि कोई छात्र देशहित में कुछ कहता है, तो उसे देशद्रोही बताया जाता है और पत्रकारों को जरूरी सवाल पूछने पर जेल में डाल दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार देश की संपत्ति चुनिंदा उद्योगपतियों को सौंप रही है।
संघीय ढांचे को कमजोर कर रही मोदी सरकार
खरगे ने कहा कि मोदी सरकार देश के संघीय ढांचे को लगातार कमजोर कर रही है और विपक्ष-शासित राज्यों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने राज्यपालों द्वारा जनहितैषी विधेयकों को लंबित रखने या उन्हें वापस भेजने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि देश की जनता ने लोकसभा चुनाव में भाजपा को आईना दिखाने का काम किया। चुनाव के बाद मोदी को उसी संविधान के सामने झुकना पड़ा, जिसे उनके समर्थक 400 से अधिक सीटें मिलने की स्थिति में बदलने की बात कर रहे थे।
मोदी सरकार की कठपुतली आयोग
कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनाव आयोग को मोदी सरकार की कठपुतली करार दिया। उन्होंने महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच मतदाता सूची में मतदाताओं की संख्या में असामान्य वृद्धि का हवाला देते हुए आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद पूरा देश और सभी विपक्षी दल सरकार के साथ खड़े थे, लेकिन मोदी बिहार में चुनाव जीतने के लिए इस मुद्दे का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाने की विपक्ष की मांग को नहीं माना।
ट्रंप से डरते हैं मोदी
खरगे ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों को लेकर भी प्रधानमंत्री मोदी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि ट्रंप के भारत-पाक के बीच संघर्ष विराम कराने के दावों पर मोदी चुप हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी विश्व गुरु बनना चाहते हैं, लेकिन ट्रंप से डरते हैं। उन्होंने मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए पूछा कि प्रधानमंत्री आज तक वहां क्यों नहीं गए, जबकि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी वहां जाकर पीड़ितों से मिले।
वेणुगोपाल ने कहा, भाजपा कर रही ड्रामा
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस के ‘संविधान बचाओ’ अभियान से घबराकर भाजपा यह ड्रामा कर रही है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी पिछले चार महीनों से लगातार और व्यापक रूप से ‘संविधान बचाओ’ अभियान चला रही है। कांग्रेस ने 628 जिलों में ‘संविधान बचाओ’ रैली का सफल आयोजन किया है, जबकि 300 जिलों में अन्य कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है। इस अभियान का अगला चरण विधानसभा क्षेत्र स्तर पर होगा, जहां आने वाले दो महीनों में 10,000 से अधिक स्थानों पर यह अभियान चलाया जाएगा।