नई दिल्ली। यूपी में सोनभद्र से लेकर गाजियाबाद तक माननीयों की गुंडागर्दी चरम पर है। झांसी में वन्देभारत के यात्री के साथ भाजपा विधायक राजीव सिंह द्वारा गुंडे लगाकर पिटाई करने का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा था कि यूपी के बांदा जिले में मौरंग लदे ओवरलोड दो ट्रकों को छुड़ाने पहुंचे भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी ने एसडीएम और थाने के दीवान को कई थप्पड़ रसीद कर दिए। घटना के बाद एसडीएम का ट्रांसफर मऊ कर दिया गया।
गजब यह रहा कि बांदा पुलिस ने एसडीएम के चालक की तहरीर पर चार नामजद और 25-30 अज्ञात लोगों पर 10 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, लेकिन विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं किया । अब इसे लेकर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं।बांदा की डीएम के रीभा से जब लेंस द्वारा पूछा जाता है कि एमएलए के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं हुई ? तो वो कहती हैं कि विवेचना चल रही है विवेचना के आधार पर कार्रवाई होगी।
प्रकाश द्विवेदी ने लेंस को कहा – झूठा है आरोप
घटना के संबंध में बताया जात है कि विधायक बनने से पहले खनन ठेकेदार रहे विधायक और उनके समर्थकों ने खुरहंड पुलिस चौकी में भी जमकर हंगामा किया। इस मामले में सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने द लेंस को कहा कि थप्पड़ मारने की बात को साजिशन वायरल किया गया है। मेरे घर 40 से 50 लोग आए थे मैं सो रहा था सो जानकारी मिलने पर देर रात मौके पर पहुंचा और बेवजह गाड़ियों के पकड़े जाने पर एसडीएम को डांट जरूर लगाई थी। लेकिन मैने मारपीट नहीं की है और पूरी घटना फर्जी है और एफआईआर फर्जी है।

प्रकाश द्विवेदी का कहना था कि एफआईआर में लोहे के रॉड से हमले की बात दर्ज हैअगर किसी शख्स या गाड़ी पर लोहे की रॉड पड़ती तो चोट या गाड़ी डैमेज जरूरी होती।
सरकार पर विधायक का गंभीर आरोप
भाजपा विधायक ने मामला बिगड़ते देख लेंस के सामने खुद ही सरकार की पोल खोल दी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इंट्री का खेल है। न देने पर ट्रक ड्राइवरों से बदतमीजी करते हैं। हाथ तक लोगों का तोड़ चुके है। हमारी न कोई खदान है, न ही कोई गाड़ी है। सेटिंग पर अफसर ओवरलोड गाड़ी खुद निकलवाते हैं। इन सबकी हकीकत टोल प्लाजा से पता की जा सकती है जो अफसरों को इंट्री नहीं देते हैं उन्हें दौड़ाकर मारते-पीटते हैं। एसडीएम ने जिन गाड़ियों को पकड़ा था अगर उनके पास वैध कागजात न हों तो कार्रवाई कराई जाए।