middle east tensions : मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच बढ़ता संघर्ष युद्ध जैसे हालात पैदा कर रहा है। दोनों देश एक-दूसरे पर हमले तेज कर चुके हैं। इस बीच, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक सख्त और स्पष्ट बयान जारी कर तनाव कम करने की मांग की है। वहीं रूस ने सीधे डोनाल्ड ट्रंप को धमकी दे दी है। इससे पहले खबर यह आई थी कि अमेरिका ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का निर्णय ले चुका है, फिलहाल इंतजार किया जा रहा है।
चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी के अनुसार, शी जिनपिंग ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोनिक बातचीत में मध्य पूर्व के हालात पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “तत्काल युद्धविराम ही एकमात्र रास्ता है। हथियारों का इस्तेमाल किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता।” जिनपिंग ने विशेष रूप से इजरायल से अनुरोध किया कि वह तुरंत सैन्य कार्रवाइयां रोककर शांति की दिशा में कदम उठाए।
चीन के राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि उनका देश हमेशा से कूटनीतिक और शांतिपूर्ण तरीकों से विवादों के समाधान का पक्षधर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि मध्य पूर्व में बिगड़ते हालात को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है, वरना स्थिति और गंभीर हो सकती है।
मीडिया खबरों के अनुसार, रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने चेतावनी दी कि अमेरिका को इस विवाद में सैन्य दखल से बचना चाहिए, अन्यथा इसके गंभीर और खतरनाक नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं।
जखारोवा ने इजरायल के ईरान के परमाणु ढांचे पर हमलों की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये कार्रवाइयां दुनिया को विनाश के बेहद करीब ले जा रही हैं। उन्होंने सवाल उठाया, “वैश्विक समुदाय कहां है? पर्यावरणवादी कहां हैं? क्या उन्हें लगता है कि रेडियोधर्मिता का असर उन तक नहीं पहुंचेगा?” साथ ही, रूस के उप-विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने भी अमेरिका को आगाह किया है।
गौरतलब है कि अमेरिका ईरान के खिलाफ कड़े कदम उठाने की योजना बना रहा है। इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने अब बहुत देर कर दी है। हमले के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया था कि हमला हो सकता है या नहीं भी।
middle east tensions : ईरान-इजरायल में तेज होता टकराव
इजरायल ने हाल ही में ईरान पर कई हवाई हमले किए, जिसके जवाब में ईरान ने इजरायल के शहरों पर चार बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इन हमलों का निशाना तेल अवीव, बीर्शेबा, रमतगन और होलोन जैसे प्रमुख शहर बने। तेल अवीव के सोरोका अस्पताल पर मिसाइल गिरने से वहां भगदड़ मच गई और कई लोग जख्मी हो गए। गुरुवार को ईरान के मिसाइल हमलों से इजरायल में आक्रोश फैल गया। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे “आतंकवादी कृत्य” करार देते हुए कहा, “ईरान के तानाशाहों को इसकी पूरी कीमत चुकानी होगी।”
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने ईरान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “ईरान के कायर नेता बंकरों में छिपकर नागरिकों और अस्पतालों को निशाना बना रहे हैं। यह घोर युद्ध अपराध है। ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई को इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।”