द लेंस डेस्क। इस्राइल और ईरान में जारी तनाव के बीच कनाडा के अल्बर्टा प्रांत के कानानास्किस में संपन्न हुए जी-7 शिखर बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित नहीं किए जाने को लेकर पहले से चर्चा तो चल रही रही थी अब उनकी मौजूदगी भी चर्चा में है। दुनिया के औद्योगिक देशों के समूह जी-सात की यह बैठक 15 से 17 जून के बीच हुई है। G7Summit2025
असल में सोशल मीडिया में जी-सात के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों की औपचारिक तस्वीर साझा हो रही है, उसमें प्रधानमंत्री मोदी नहीं हैं। खुद प्रधानमंत्री के आधिकारिक एक्स हैंडल से यह खबर लिखते समय तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा पहुंचने और विमान से उतरने की तस्वीर तो साझा की गई है, लेकिन जी सात बैठक की कोई फोटो साझा नहीं की गई है।
कनाडा सरकार की जी सात बैठक से संबंधित आधिकारिक वेबसाइट ने भी जी-सात के नेताओं की जो तस्वीर साझा की है, उसमें मोदी शामिल नहीं हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा @Aloksharmaaicc ने एक्स पर दो तस्वीरें साझा कर चुटकी ली है कि कनाडा में हुए जी-7 में मोदी कैसे कथित रूप से उपेक्षा की गई। आलोक शर्मा ने जो तस्वीरें साझा की हैं, उनमें एक पहले की जी-सात बैठक की है, जिसमें जी-सात के नेताओं के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह नजर आ रहे हैं। दूसरी तस्वीर कनाडा में हुए जी-सात बैठक की है, जिसमें नेताओं की ग्रुप फोटो में मोदी नहीं हैं!
शिखर बैठक से पहले सोशल मीडिया पर खासी चर्चा थी कि प्रधानमंत्री मोदी को उसमें आमंत्रित नहीं किया गया है। यहां तक कि सरकार के करीबी माने जाने वाली समाचार एजेंसी एएनआई की प्रमुख स्मिता प्रकाश ने इस पर बकायदा एक कार्यक्रम तक कर दिया था और कहा था कि, मोदी जी-7 की बैठक में नहीं होंगे। यदि उन्हें वहां आमंत्रित भी किया जाता है, तो उन्हें वहां नही जाना चाहिए और कनाडा को संदेश देना चाहिए।
असल में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से कनाडा और भारत के रिश्ते में तल्खी आई है। निज्जर की 18 जून, 2023 को ब्रिटिश कोलंबिया स्थित एक गुरुद्वारे में हत्या कर दी गई थी। खालिस्तानियों के साथ ही कनाडा सरकार के एक वर्ग का मानना है कि इसमें भारत का हाथ है।
जी शिखर सम्मेलन से ऐन आठ दिन पहले कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने फोन कर प्रधानमंत्री मोदी को जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने का न्योता दिया। यह जानकारी खुद मोदी ने एक्स पर दी और यह भी बताया कि वह इसमें शामिल होंगे।
उससे पहले सोशल मीडिया में गरमा गरम चर्चा चल रही थी कि मोदी को क्यों नहीं बुलाया गया!
वास्तव में भारत जी-सात का सदस्य नहीं है, लेकिन उसे इस समूह की बैठकों में बुलाया जाता है। जी सात में अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, जापान, इटली, जर्मनी और कनाडा शामिल हैं। वैसे इस बार सिर्फ मोदी की ही चर्चा नहीं हुई, बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भी खासी चर्चा हो रही है। ट्रंप जी सात की दो दिवसीय बैठक के खत्म होने से पहले ही अमेरिका रवाना हो गए।