लेंस इंटरनेशनल डेस्क
इजरायल ने शुक्रवार सुबह ईरान की राजधानी तेहरान सहित 6 ठिकानों पर हमले के बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई में ईरान की तरफ से करीब 100 ड्रोन और राॅकेट से हमले किए गए थे, जिसे इजरायल ने इंटरसेप्ट करने का दावा किया है। इजरायल ने दावा किया है कि ईरान की तरफ से भेजे गए ड्रोन्स को इजरायल के एयरक्रॉफ्ट्स ने मार गिराया है।
इससे पहले शुक्रवार सुबह इजरायल की तरफ से दावा किया गया था कि उसने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। ईरानी राजधानी में जोरदार विस्फोटों की आवाज गूंजी, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। ईरान के 6 ठिकानों पर हमले किए गए जिसमें 4 परमाणु ठिकाने थे। सबसे बड़ी बात कि ईरान के IRGC चीफ, कई सैन्य अफसरों और 6 परमाणु वैज्ञानिकों के मारे जाने की खबर है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद ही इस हमले की पुष्टि की है। इस हमले के बाद ईरान की तरफ से भी जवाबी कार्रवाई की गई है और रॉकेट दागे गए हैं। वहीं, बड़ी संख्या में ड्रोन से भी हमला किया है। इजरायल ने इन हमलों से बचने के लिए इंटरसेप्टर लॉन्च कर दिया है।

यह हमला ईरान के बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव के बीच हुआ है। हमले का फौरन बाद इजरायल ने अपने देश में इमरजेंसी लागू कर दी है। स्कूल बंद कर दिए गए हैं। जरूरी दफ्तरों को छोड़कर सभी दफ्तर बंद रहेंगे।
बता दें कि गुरुवार को, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने ईरान की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था जो परमाणु निरीक्षकों के साथ सहयोग की कमी को लेकर दो दशकों में पहला ऐसा कदम था। जवाब में, ईरान ने तुरंत घोषणा की कि वह तीसरा यूरेनियम संवर्धन केंद्र स्थापित करेगा और अपने सेंट्रीफ्यूज को उन्नत करेगा।
एक इजरायली सैन्य अधिकारी ने समाचार एजेंसी एपी से पुष्टि की कि इजरायल ने ईरानी परमाणु स्थलों को निशाना बनाया, लेकिन उनकी पहचान नहीं बताई। रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने भी हमले की पुष्टि की और ईरान की ओर से आसन्न मिसाइल और ड्रोन जवाबी हमले की चेतावनी दी। ईरान के तेहरान, अराक, तबरीज, करमानशाह, नतांज और इस्फहान में हमला किया गया है। इनमें से तेहरान, अराक, इस्फहान और नतांज में ईरान के परमाणु ठिकाने हैं। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘ईरान के खिलाफ इजरायल के हमले के प्रतिरोध में इजरायल और उसके नागरिक आबादी के खिलाफ मिसाइल और ड्रोन हमले तुरंत होने की उम्मीद है।’ बयान में कहा गया है कि कैट्ज़ ने होम फ्रंट में आपातकालीन स्थिति घोषित करने वाले एक विशेष आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।
फिलहाल अमेरिका ने हाथ खींचे
बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि कुछ अमेरिकी सैनिकों को मध्य पूर्व से बाहर निकाला जा रहा है क्योंकि उन्होंने इसे खतरनाक जगह बताया और कहा कि अमेरिका ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं देगा। अमेरिका इराक की राजधानी बगदाद में अपने दूतावास को आंशिक रूप से खाली कर रहा है और उसने अपने सभी गैर-जरूरी अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों और उनके आश्रितों को क्षेत्रीय सुरक्षा जोखिमों के कारण मध्य पूर्व छोड़ने के लिए कहा है, अमेरिकी और इराकी स्रोतों ने इस घटनाक्रम की पुष्टि की है।
लेबनान की हिजबुल्लाह को चेतावनी
इस संघर्ष के बीच सऊदी मीडिया की रिपोर्ट ने दावा किया है कि लेबनान सरकार ने हिजबुल्लाह को चेतावनी दी है। यह चेतावनी इजरायल पर हमले को लेकर है, जिसमें सरकार की तरफ से कहा गया है कि हिजबुल्लाह ईरान के समर्थन में इजरायल पर हमले का हिस्सा न बने। सरकार ने कहा कि अब वह समय नहीं रहा, जब कोई संगठन बिना सरकार की अनुमति के युद्ध का फैसला कर ले।
तुर्की ने कहा – तुरंत हमले रोके इजरायल
संघर्ष के बीच तुर्की ने इजरायल से अपील की है कि वह ईरान पर हमले तुरंत बंद करे। तुर्की की तरफ से कहा गया है कि इससे क्षेत्र में तनाव लगातार बढ़ रहा है। तुर्की विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘इजरायल का ये हमला अब नई लड़ाई की वजह बन सकता है। इन्हें तुरंत रोका जाना चाहिए।’ वहीं, फ्रांस ने भी अपील की है कि दोनों देश शांति बनाए रखें। फ्रांस ने बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है।
इजरायल ने सीरिया के ऊपर ड्रोन इंटरसेप्ट किया
इजरायल के पब्लिक ब्रॉडकास्टर की तरफ से दावा किया गया है कि इजरायल ने सीरिया के ऊपर ईरान के ड्रोन इंटरसेप्ट किए हैं। दूसरी तरफ जॉर्डन की सरकारी समाचार एजेंसी ने जानकारी दी कि उनकी आर्मी ने आज सुबह अपने एयर स्पेस में एंट्री करने वाले रॉकेट और ड्रोन को इंटरसेप्ट किया है। जॉर्डन ने अपने एयरस्पेस को भी अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है।
हमारा एयर स्पेस युद्ध का मैदान नहीं बनेगा : जॉर्डन
ईरान-इजरायल के बीच जारी संघर्ष के बीच जॉर्डन का बड़ा बयान सामने आया है। जॉर्डन की तरफ से कहा गया है कि वह अपने हवाई क्षेत्र को युद्ध का मैदान नहीं बनने देगा। जॉर्डन ने साफ कर दिया है कि वह एयर स्पेस में किसी भी उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेगा। जॉर्डन के एक तरफ इजरायल है तो दूसरी तरफ इराक है। ऐसे में ईरान को इजरायल पर हमले के लिए उसका एयर स्पेस इस्तेमाल करना होगा। यही वजह है कि ईरान के ड्रोन और रॉकेट को जॉर्डन की तरफ से मार गिराए जाने का दावा किया जा रहा है।
ईरान पर हमला मजबूरी में लिया गया फैसला : विदेश मंत्री
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमले के बाद इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा है कि ईरान पर हमला मजबूरी में लिया गया फैसला था। उन्होंने जर्मन विदेश मंत्री जोहान वेडेफुल से बातचीत में कहा कि सारे रास्ते बंद होने के बाद यह फैसला लिया गया है। ईरान किसी भी तरीके से रुकने को तैयार नहीं था, इसलिए उसे रोकना बहुत जरूरी हो गया था। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने भी ईरान पर उल्लंघन करने के आरोप लगाए थे। ईरान का इस तरह से उल्लंघन हमारे आगे के दिनों के लिए मुश्किल भरे होने वाले थे।
इजरायली अफसर का दावा – ड्रोन बेस बनाकर हमला
टाइम्स ऑफ इजराइल को इजरायल के एक अफसर ने दावा किया है कि ईरान के अंदर एक ड्रोन बेस बनाकर यह हमला किया गया है। इजरायल ने ईरान में ही एक ड्रोन बेस बनाया था और वहां हथियारों और सैनिकों को पहुंचाया था। इसकी भनक भी ईरानी एजेंसी को नहीं लगने दी गई है। इजरायली सेना (IDF) ने खुफिया एजेंसी मोसाद के एजेंट्स की मदद से इस काम को अंजाम दिया। 24 घंटे से भी कम समय में इसे अंजाम दिया गया। रात में ही ड्रोन तैयार किए गए और ईरान से इजरायल पर चलाए जाने वाले मिसाइल लॉन्चरों को निशाना बनाकर हमला किया।
ईरान के रॉकेट और ड्रोन से बचने की कोशिश
इजरायल के हमले के बाद ईरान ने जो जवाबी हमला किया है, उससे बचने इजरायल ने कोशिश शुरू कर दी है। ईरान के रॉकेट और ड्रोन से बचने के लिए सभी अस्पतालों को अंडरग्राउंड सेंटर्स में शिफ्ट किया है। अस्पताल अब सिर्फ वही मेडिकल केस लेंगे, जो इमरजेंसी होंगे। इसके अलावा सामान्य केस लेने के लिए सभी को मना कर दिया गया है। अस्पताल की ओपीडी भी बंद कर दी गई है। सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं जारी रखी जाएंगी। उनका संचालन भी अंडरग्राउंड सेंटर्स से किया जाएगा।
IRGC कमांडर सलामी के साथ दो परमाणु वैज्ञानिकों की मौत
इस पूरे घटनाक्रम में यह बात साफ हो गई है कि इजरायली हमले में IRGC कमांडर हुसैन सलामी की मौत हो गई है। ईरान की सरकारी मीडिया ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। इसके अलावा हमले में ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहम्मद मेहदी तेहरांची और फरदून अब्बासी भी मारे गए हैं। इजरायल ने हमले में ईरान के आर्मी चीफ मोहम्मद बाघेरी के मारे जाने का दावा किया है, लेकिन इस संबंध में अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है।
ईरान ने कहा – यूएन चार्टर के खिलाफ इजरायली हमला
हमले के कुछ घंटों बाद जारी एक बयान में ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजरायल ने ईरान की संप्रभुता और राष्ट्रीय अखंडता का उल्लंघन किया है। बयान में कहा गया है, ‘ईरान के खिलाफ जायोनी शासन द्वारा किए गए हमले संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 2, पैराग्राफ 4 का उल्लंघन हैं और इस्लामी गणतंत्र ईरान के खिलाफ आक्रामकता का एक स्पष्ट कार्य है।’ बयान में आगे कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत, तेहरान को इस मामले में अकारण और अवैध हमले का जवाब देने का अधिकार है, जिसे वह ‘उचित’ मानता है।
विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राज्य अमेरिका पर भी दोष मढ़ते हुए कहा कि ज़ायोनी शासन के “प्राथमिक समर्थक” के रूप में, वाशिंगटन भी इजरायल के ‘दुस्साहस’ के ‘खतरनाक परिणामों’ के लिए जिम्मेदार होगा।
अमेरिका पर लगाया गंभीर आरोप
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उन्हें ईरान पर हमला करने की इजरायली योजना के बारे में पता था, लेकिन वे इस प्रक्रिया में ‘शामिल’ नहीं थे। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि ये दावे फर्जी हैं, यही राय ईरानी अधिकारियों की भी है।
इजरायल ने छोड़े इंटरसेप्टर
मुख्य सेना प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने एक बयान में कहा, ‘पिछले कुछ घंटों में ईरान ने इजरायल की ओर 100 से अधिक ड्रोन लॉन्च किए हैं और सभी रक्षा प्रणालिया खतरों को रोकने के लिए काम कर रही हैं।’ इससे पहले आज, ईरान की सेना और उसके सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायली हमले का जवाब देने की कसम खाई थी, और इस बात पर जोर दिया था कि यहूदी राष्ट्र को ‘कड़वी और दर्दनाक’ नियति का सामना करना पड़ेगा।
ईरान ने इजरायल पर दागे सैकड़ों जवाबी रॉकेट

बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने जवाबी हमले में इजरायल पर सैकड़ों रॉकेट दागे हैं। इजरायली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने कहा है कि ईरान ने पिछले कुछ घंटों में इजरायल पर 100 से ज़्यादा रॉकेट दागे हैं। इस तनाव का असर पश्चिम एशिया के दूसरे देशों पर भी पड़ रहा है। चल रहे विवाद के मद्देनजर जॉर्डन ने और हमलों की आशंका के चलते अपने हवाई क्षेत्र को सभी उड़ानों के लिए बंद कर दिया है।