रायपुर। छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले की जांच करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने कार्रवाई करते हुए सुकमा के कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन को अटैच कर लिया है। इसके अलावा जेल में बंद पूर्व मंत्री और विधायक कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा की करीब 6 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच कर दी है। ईडी ने 11 जून को यह अटैच की कार्रवाई की है, जिसकी जानकारी शुक्रवार को सामने आई।

ईडी के अधिवक्ता साैरभ पांडे ने thelens.in को बताया कि 11 जून को ईडी ने शराब घोटाले की जांच के तहत कवासी लखमा, हरीश लखमा की प्रॉपर्टी के अलावा सुकमा में कांग्रेस कार्यालय को अटैच कर लिया है। कवासी लखमा के रायपुर और सुकमा की प्रॉपर्टी, हरीश लखमा की सुकमा की प्रॉपर्टी अटैच किया गया है। अटैच सभी प्रॉपर्टी पर ईडी की नोटिस चस्पा कर दी गई है।
राजीव भवन के अटैच करने के पीछे वजह बताई जा रही है कि सुकमा का कांग्रेस कार्यालय लखमा परिवार के स्वामित्व में है। इसे बनाने में 68 लाख रुपए खर्च किए। यह कमाई शराब घोटाले की कमाई से ही हुई थी। 68 लाख की इस प्रॉपर्टी को अटैच किया गया है। जिस जमीन पर कांग्रेस भवन बनाया गया है, वह हरीश लखमा की प्रॉपर्टी है। देश में ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब किसी पार्टी के कार्यालय को ईडी ने अटैच किया हो। ईडी की तरफ से कहा गया है कि हरीश लखमा ने शराब घाेटाले से हुई कमाई से अचल संपत्तियां बनाई हैं। अटैच की गई संपत्तियों में सुकमा स्थित कीमती जमीने, भवन और बैंक खातों में जमा राशि भी शामिल है।
अटैच अन्य प्रॉपर्टियों में रायपुर में कवासी लखमा के करीब 4 करोड़ के मकान को अटैच किया गया है। इसके अलावा हरीश लखमा की करीब 1 करोड़ 40 लाख की प्रॉपर्टी अटैच की गई है।
शराब घोटाले में कई आरोपी हैं जेल में
प्रदेश के इस बहूचर्चित शराब घोटाले में कई आरोपी जेल जा चुके हैं। इस मामले में पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक कवासी लखमा भी जेल में हैं। ईडी की जांच में यह पता चला है कि कवासी लखमा को हर महीने दो करोड़ रुपए मिलते थे। वहीं, हरीश लखमा ने अपने पिता के प्रभाव का उपयोग कर सरकारी शराब ठेकों और टेंडर प्रक्रिया में घोटाले को अंजाम दिया है। बता दें कि इस मामले में ईडी के अलावा राज्य की एजेंसी ईओडब्ल्यू भी जांच कर रही है। ईओडब्ल्यू ने भी इस मामले में कवासी लखमा को गिरफ्तार किया है। कवासी के अलावा इस मामले में पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा, पूर्व आबकारी आयुक्त एपी त्रिपाठी, कारोबारी अनवर ढेबर सहित करीब दर्जनभर से ज्यादा लोग जेल में बंद हैं।
भाजपा के इशारे पर ईडी ने की कार्रवाई
ईडी की इस कार्रवाई के बाद प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस के सुकमा जिला कांग्रेस भवन को ईडी का अटैच करना बेहद आपत्तिजनक है। ईडी की यह कार्यवाही भाजपा के राजनैतिक षडयंत्र का हिस्सा है। कांग्रेस को जिला कार्यालय बनाने के लिये फंड कहां से आया, हम तो एक-एक पैसे का हिसाब दे देंगे। कांग्रेस ने 15 साल विपक्ष में रहने के दौरान अपने कार्यकर्ताओं और जनता के सहयोग से राजीव भवन बनाया था। जन सहयोग से कांग्रेस भवन बनाना कांग्रेस की परंपरा रही है। रायपुर का ऐतिहासिक कांग्रेस भवन भी आजादी की लड़ाई के दौरान छेर-छेरा पुन्नी के त्योहार के दौरान मांगे गये दान से बनाया गया था, जहां से कांग्रेस ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ा था।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस अपने भवनों के बनाने के खर्च के एक-एक पैसे का हिसाब दे देगी। ईडी में साहस है तो वह भाजपा के 150 करोड़ रुपए की लागत से बने भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे का रुपया कहां से आया इसकी जांच करे? कुशाभाऊ ठाकरे परिसर फाईव स्टार होटल की तर्ज पर बनाया गया है। उसकी लागत कहां से आई ईडी जांच करेगी? रायपुर में ही भाजपा के कार्यालय एकात्म परिसर की जमीन राजनैतिक दल के कार्यालय के लिये भाजपा ने 1 रुपए में हासिल की थी। एकात्म परिसर को व्यवसायिक कांपलेक्स में तब्दील कर दिया गया, जहां से डेढ़ करोड़ रूपया किराया भाजपा वसूलती है। ईडी उसकी जांच करेगी? भाजपा के जिला कार्यालयों की लागत का भी ईडी हिसाब मांगेगी?