द लेंस डेस्क। कनाडा में रहने वाले 20 साल के पाकिस्तानी युवक ( pakistani arrested ) मुहम्मद शहजेब खान, को अमेरिका भेज दिया गया है। उस पर न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन में एक यहूदी केंद्र पर गोलीबारी की खतरनाक साजिश रचने का आरोप है। अमेरिकी जांच एजेंसी FBI का कहना है कि खान आतंकी संगठन ISIS के लिए यह हमला करना चाहता था।
क्या थी उसकी योजना?
FBI के मुताबिक खान ने 7 अक्टूबर 2024 को ब्रुकलिन के एक यहूदी केंद्र पर हमला करने की ठानी थी। यह तारीख 2023 में हमास के इजराइल पर हमले की पहली बरसी थी। वह तेज-तर्रार हथियारों से बहुत सारे लोगों को नुकसान पहुंचाना चाहता था। खान ने अपनी योजना दो लोगों के साथ साझा की, लेकिन उसे नहीं पता था कि वे लोग FBI के गुप्त जासूस थे।

पकड़ा कैसे गया?
सितंबर 2024 में खान को कनाडा में पकड़ा गया। वह क्यूबेक के ओरम्सटाउन शहर में अमेरिका-कनाडा सीमा के पास था। उसने तीन अलग-अलग गाड़ियों से सीमा पार करने की कोशिश की, लेकिन FBI और कनाडा की पुलिस ने उसे धर दबोचा। FBI प्रमुख काश पटेल ने कहा, “खान अब अमेरिका में है और उसे अपने किए की सजा भुगतनी होगी।”
क्या सजा मिल सकती है?
खान पर दो बड़े आरोप हैं: एक ISIS को समर्थन देने की कोशिश और दूसरा, सीमा पार कर आतंकी हमला करने की साजिश। अगर वह दोषी पाया गया, तो उसे पूरी जिंदगी जेल में काटनी पड़ सकती है। अमेरिकी अटॉर्नी जे क्लेटन ने कहा “हम अपने यहूदी समुदाय को निशाना बनाने वाली ऐसी साजिशों को कभी कामयाब नहीं होने देंगे।”
FBI की चौकसी
FBI प्रमुख काश पटेल ने बताया कि यह मामला यहूदी समुदाय के खिलाफ बढ़ते खतरों को दिखाता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का खतरा पूरी दुनिया में है और इसे रोकने के लिए देशों को मिलकर काम करना होगा। खान को पकड़ना इसी एकजुटता का नतीजा है। खान की साजिश को वक्त रहते नाकाम कर दिया गया जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। अब वह न्यूयॉर्क की अदालत में पेश होगा जहां उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। यह खबर बताती है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई कितनी जरूरी है।