नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में मंगलवार देर रात सुरक्षा कर्मचारियों ने छात्रों पर जमकर लाठियां बरसाई। छात्र स्कॉलरशिप नीति में बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। यह सारा बवाल उस वक्त शुरू हुआ जब छात्र प्रशासन के नए नियमों के विरोध में कुलपति निवास के सामने धरना शुरू कर दिए। पहले सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें धरने से रोका फिर उसके बाद प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया इस घटना में तीन छात्रों को गंभीर चोटें आईं है। जबकि 20 से ज्यादा घायल हैं।

घायल छात्रों को हिसार के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। इस बीच छात्र फिर से धरने पर बैठ गए हैं। मामले के बाद चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
कल के प्रदर्शन के बाद धरना जारी
परिसर में धरने पर बैठे चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों की मांग है कि एचएयू कुलपति कार्यालय के बाहर घटना के जिम्मेदार सुरक्षा कर्मियों की स्थायी बर्खास्तगी हो। भविष्य में उनको एचएयू परिसर में किसी रूप में पुनर्नियुक्ति ना दी जाए। मुख्य सुरक्षा अधिकारी, जिनकी प्रत्यक्ष जिम्मेदारी के तहत ये घटना हुई. उनको तत्काल बर्खास्त किया जाए और वीसी, कुलसचिव को हटाया जाए।
क्या है छात्रों की मांगे?

छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने हाल ही में स्कॉलरशिप नीति में दुखद बदलाव किया है। जिसके तहत पहले 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक (OGPA 7.0) प्राप्त करने वाले सभी स्नातकोत्तर (पीजी) और पीएचडी छात्रों को स्कॉलरशिप मिलती थी. पीजी छात्रों को 6,000 रुपये और पीएचडी छात्रों को 10,000 रुपये की स्कॉलरशिप प्रदान की जाती थी।
स्कॉलरशिप नीति में बदलाव का विरोध
इस मामले में छात्र नेता संजीव, ऋषि आदि ने लेंस को बताया कि हम सबने बीती रात को विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों ने स्कॉलरशिप नीति में बदलाव के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर कुलपति कार्यालय की ओर जाने की कोशिश की थी। छात्रों का कहना है कि हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने की कोशिश कर रहे थे , लेकिन तब तक सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। जिससे दीपांशु, चक्षु और निखिल सहित कई अन्य को चोटें आईं।