[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
रायपुर निगम में 10 महीने का विवाद खत्म, आकाश तिवारी बने नेता प्रतिपक्ष, सभापति सूर्यकांत राठौर ने जारी किया आदेश
अग्रसेन महाराज पर विवादित टिप्पणी के बाद छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के अध्यक्ष के खिलाफ FIR
छत्तीसगढ़ में हिट एंड रन केस, नाबालिग नहीं है डिफेंडर कार से एक्सीडेंट करने वाला, पुलिस ने किया गिरफ्तार
बच्चों को HIV संक्रमित खून चढ़ाने के मामले में एक्‍शन, डोनर्स की ट्रेसिंग और राज्यव्यापी ब्लड बैंक ऑडिट का आदेश
बड़ी खबर : सुप्रीम कोर्ट ने खोली देशभर में सूचना आयुक्तों की नियुक्ति की राह, छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट को 4 हफ्ते में निपटारे के आदेश
कांग्रेस नेता के दफ्तर के बाहर नकाबपोश बदमाशों ने दागीं गोलियां, दो घायल
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच 8वें वेतन आयोग को केंद्र से मंजूरी
छत्तीसगढ़ में SIR के लिए 95 फीसदी लोगों को नहीं देना होगा कोई दस्तावेज
विधायकों ने जिंदल में इलाज कराया, मान्यता नहीं थी फिर भी स्वास्थ्य विभाग ने दी मंजूरी
नौकरी, बिजली, पुरानी पेंशन के अलावा महागठबंधन के घोषणापत्र में जानिए और क्‍या है?
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
धर्म

कबीर जयंती विशेष: आज के दौर में भी प्रासंगिक है कबीर के दोहे

पूनम ऋतु सेन
पूनम ऋतु सेन
Byपूनम ऋतु सेन
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की...
Follow:
Published: June 11, 2025 11:16 AM
Last updated: June 11, 2025 11:16 AM
Share
Kabir Jyanti
कबीर जयंती विशेष: आज के दौर में भी प्रासंगिक है कबीर के दोहे
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

Kabir Jyanti : कबीर दास, 15वीं सदी के एक महान संत, कवि और समाज सुधारक थे जिन्होंने अपने दोहों के माध्यम से समाज को नई दिशा दी। उनके दोहे आज भी उतने ही प्रभावशाली और प्रेरणादायक हैं जितने उस समय थे। कबीर जयंती जो हर साल ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है, उनके जीवन और शिक्षाओं को याद करने का एक विशेष अवसर है। इस वर्ष 2025 में 11 जून को यह दिन उनके विचारों को फिर से जीवंत करने का मौका देता है। इस लेख में हम कबीर के कुछ लोकप्रिय दोहों और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव को सरल शब्दों में समझाएंगे।

कबीर के दोहे छोटे होते हुए भी गहरे अर्थ रखते हैं। ये दोहे जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे प्रेम, सत्य, धर्म, सामाजिक न्याय और आत्म-ज्ञान को छूते हैं।

  1. आत्म-ज्ञान और अंतर्मुखी होना

दोहा:
बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय।
जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय॥
अर्थ: कबीर जी कहते हैं कि जब मैं दुनिया में बुराई ढूंढने चला, तो मुझे कोई बुरा इंसान नहीं मिला। पर जब मैंने अपने दिल में झांका, तो मुझसे बुरा कोई नहीं था।
जीवन से जुड़ाव: यह दोहा हमें सिखाता है कि दूसरों में कमी ढूंढने से पहले अपने अंदर झांकना चाहिए। अपने विचारों, व्यवहार और गलतियों को सुधारना जीवन को बेहतर बनाने का पहला कदम है। आत्म-ज्ञान के बिना हम अपनी कमजोरी नहीं देख सकते।

  1. समय की कीमत
    दोहा:
    काल करे सो आज कर, आज करे सो अब।
    पल में परलय होएगी, बहुरि करेगा कब॥
    अर्थ: कबीर जी कहते हैं कि कल का काम आज करो, और आज का काम अभी। क्योंकि समय कभी भी बदल सकता है, और मौका हाथ से निकल सकता है।
    जीवन से जुड़ाव: यह दोहा हमें समय के महत्व की याद दिलाता है। जीवन छोटा है और अनिश्चित भी। इसलिए अपने लक्ष्य, सपने या जिम्मेदारियों को टालना नहीं चाहिए। अभी जो करना है, उसमें देर न करें।
  2. प्रेम और करुणा
    दोहा:
    पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय।
    ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय॥
    अर्थ: कबीर जी कहते हैं कि बड़े-बड़े ग्रंथ पढ़ने से कोई पंडित नहीं बनता। असली ज्ञान तो प्रेम के दो अक्षर पढ़ने से मिलता है।
    जीवन से जुड़ाव: यह दोहा प्रेम और करुणा के महत्व को दर्शाता है। जीवन में किताबें पढ़ना जरूरी है लेकिन असली समझदारी दूसरों के प्रति प्यार, सम्मान, और दया से आती है। एक प्यार भरा दिल ही असली विद्वान होता है।
  3. सादगी और संतोष
    दोहा:
    साईं इतना दीजिए, जामे कुटुंब समाय।
    मैं भी भूखा न रहूं, साधु न भूखा जाय॥
    अर्थ: कबीर जी प्रार्थना करते हैं कि प्रभु मुझे इतना ही दे दो कि मेरा परिवार सुखी रहे, मैं भूखा न रहूं, और जो साधु मेरे घर आए, वह भी भूखा न जाए।
    जीवन से जुड़ाव: यह दोहा सादगी और संतोष की शिक्षा देता है। कबीर जी केवल उतना ही मांगते हैं जितना जरूरी है। जीवन में लोभ या ज्यादा के पीछे भागना नहीं चाहिए, बल्कि जो है उसमें खुश रहना चाहिए और दूसरों के साथ बांटना चाहिए।
  4. सच्चाई और निंदा से बचाव
    दोहा:
    निंदक नियरे राखिए, आंगन कुटी छवाय।
    बिन पानी साबुन बिना, निर्मल करे सुभाय॥
    अर्थ: कबीर जी कहते हैं कि अपने निंदक (आलोचक) को पास रखो, क्योंकि वह बिना पानी और साबुन के तुम्हारे स्वभाव को साफ करता है।
    जीवन से जुड़ाव: निंदा सुनना किसी को पसंद नहीं, लेकिन कबीर जी सिखाते हैं कि आपकी आलोचना करने वाले ही आपको आपकी कमजोरियां दिखाते हैं। उनकी बातों से सीखकर हम अपने व्यवहार को सुधार सकते हैं।
  5. मोक्ष और आध्यात्मिकता
    दोहा:
    माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर।
    कर का मनका डार दे, मन का मनका फेर॥
    अर्थ: कबीर जी कहते हैं कि युगों तक माला फेरने से भी मन का विकार नहीं जाता। हाथों की माला छोड़ दो, और मन के विचारों को सुधारो।
    जीवन से जुड़ाव: यह दोहा बताता है कि असली भक्ति बाहरी दिखावा नहीं, बल्कि मन की शुद्धि और आध्यात्मिक जागरूकता में है। जीवन में दिखावा छोड़कर अपने विचारों को पवित्र करना चाहिए।

कबीर के दोहे और जीवन के पहलू


कबीर के दोहे जीवन के हर पहलू को छूते हैं चाहे वह व्यक्तिगत विकास हो, सामाजिक न्याय हो या आध्यात्मिक जागरूकता। कबीर के दोहे सिर्फ शब्द नहीं बल्कि जीवन जीने की कला हैं। उनके विचारों में छुपी सादगी और ज्ञान आज भी हमें प्रेरणा देता है। चाहे आप किसी भी धर्म या जाति से हों कबीर जी के दोहे आपको जीवन के हर मोड़ पर मार्गदर्शन देते हैं। इस कबीर जयंती पर उनके दोहों को पढ़ें, उनका अर्थ समझें और अपने जीवन में उतारें।

TAGGED:kabir dohekabir jayantikabir jayanti 2025Top_News
Byपूनम ऋतु सेन
Follow:
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की उत्सुकता पत्रकारिता की ओर खींच लाई। विगत 5 वर्षों से वीमेन, एजुकेशन, पॉलिटिकल, लाइफस्टाइल से जुड़े मुद्दों पर लगातार खबर कर रहीं हैं और सेन्ट्रल इण्डिया के कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अलग-अलग पदों पर काम किया है। द लेंस में बतौर जर्नलिस्ट कुछ नया सीखने के उद्देश्य से फरवरी 2025 से सच की तलाश का सफर शुरू किया है।
Previous Article कनाडा में गिरफ्तार हुआ एनसीपी विधायक बाबा सिद्दीकी की हत्या का मास्टमाइंड, प्रत्यर्पण की तैयारी
Next Article pakistani arrested FBI ने पाकिस्तानी युवक को कनाडा से किया गिरफ्तार, अमेरिका में आतंकी हमले की कर रहा था प्लानिंग
Lens poster

Popular Posts

ट्रंप ने जेलेंस्की से कहा- बंद करें युद्ध, खाली करें क्रीमिया

लेंस डेस्‍क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर हलचल मचाते…

By Lens News Network

अमेरिका के बाद रूस ने किया भारत से डबल क्रॉस, पाकिस्तान को RD-93 MA की सप्लाई

नई दिल्ली। बीजिंग में हुई मोदी और पुतिन की चर्चित मुलाकात के बावजूद रूस ने…

By आवेश तिवारी

पाकिस्तान की सुरक्षा काउंंसिल पर ISI का कब्जा

लेंस इंटरनेशनल डेस्‍क। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए घातक आतंकी हमले…

By The Lens Desk

You Might Also Like

COVID CASES IN INDIA
सेहत-लाइफस्‍टाइल

COVID UPDATE: भारत में बढ़ रहे मामले, नए वैरिएंट की पहचान, केंद्र और राज्य सरकारें सतर्क

By Lens News
CGPSC CIVIL JUDGE EXAM
छत्तीसगढ़

CGPSC के सिविल जज परीक्षा के लिए तय निर्देशों से अभ्यर्थी परेशान, परीक्षा केंद्र के बाहर तुरंत नए कपडे खरीदे तब मिली एंट्री

By पूनम ऋतु सेन
JAVED ON SADGURU
धर्म

जावेद अख्तर का सद्गुरु पर निशाना, कहा – ‘ भक्तों के विश्वास का उठा रहे गलत फायदा ‘

By Lens News
Adani Group
अर्थ

अडानी का अडानी पोर्ट से इस्तीफा

By अरुण पांडेय

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?