नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार को अपने आवास पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत कई देशों का दौरा करने वाले सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल (All party meeting) के सदस्यों की मेजबानी करी। सदस्यों ने अपने अनुभवों को इस अनौपचारिक बैठक में साझा किया। सदस्यों ने अलग अलग देशों में जाकर पहलगाम समेत भारतीय परिधि में पाकिस्तान द्वारा फैलाई जा रही आतंकी गतिविधियों से दुनिया को अवगत कराया।
प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनके साथ बहुत ही ‘अनौपचारिक तरीके’ से बातचीत की। थरूर ने कहा, ‘वह हम सभी के साथ बहुत अच्छे से पेश आए। मुझे लगता है कि उन्होंने इसे प्रतिनिधिमंडलों को उनकी सेवा के लिए धन्यवाद देने के अवसर के रूप में देखा।’
मनीष ने कहा समग्र और व्यापक बातचीत
कांग्रेस सांसद और बहुदलीय सांसद प्रतिनिधिमंडल के सदस्य मनीष तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि यह प्रधानमंत्री के साथ एक अनौपचारिक और स्वतंत्र बातचीत थी। तिवारी ने कहा – ‘सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सभी ने विभिन्न देशों से एकत्र की गई जानकारी साझा की। यह एक समग्र और व्यापक बातचीत थी।’
इसके अलावा, मनीष तिवारी ने जोर देकर कहा कि यह पहल रूप से उन सभी र प्रतिबंध लगाने में मदद करेगी जो आतंकवाद को राज्य की नीति के साधन के रूप में उपयोग करते हैं।
कांग्रेस सांसद ने कहा, “दुनिया भर में गए विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों द्वारा कुछ बीज बोए गए हैं। अब, विदेश कार्यालय को इस पहल को आगे बढ़ाना है और इसे अगले स्तर पर ले जाकर पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाना है, जो वैश्विक मंच पर आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश है। कुल मिलाकर, इन यात्राओं ने आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देश के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बनाने की नींव रखी। एआईएमएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी स्वास्थ्यगत कारणों से बैठक से अलग रहे।
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सदस्यों के अनुभव को ध्यान से सुना। उन्होंने कहा, “हमने अपने अनुभव प्रधानमंत्री के साथ साझा किए।”
7 टीमों ने 33 देशों का किया दौरा
लगभग एक घंटे तक प्रधानमंत्री सभी नेताओं से मिले। वह लॉन में अलग-अलग टेबलों पर गए। थरूर ने कहा, “वह हम सभी के साथ बहुत अच्छे से पेश आए।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उन सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मुलाकात की प्रशंसा की, जो आतंकवाद पर भारत के रुख और ऑपरेशन सिंदूर के पीछे के कारणों को दुनिया के सामने रखने के लिए व्यापक कूटनीतिक प्रयास के तहत 33 देशों का दौरा कर चुके हैं।
थरूर ने बैठक को ‘सुखद’ बताया और कहा कि प्रतिनिधिमंडल भेजने की यह पहल जारी रहनी चाहिए। गौरतलब है कि यह दौरा यह ऐसे समय में हुआ है जब थरूर के प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के प्रति बढ़ते संबंधों को लेकर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में असहजता है। बैठक में सबकी निगाह शशि थरूर पर थी।
पीएम ने की सराहना
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक मंचों पर भारत की आवाज को आगे बढ़ाने में उनके समर्पण के लिए प्रतिनिधिमंडल की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, ‘विभिन्न देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मुलाकात की और शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता तथा आतंकवाद के खतरे को खत्म करने की आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा की। जिस तरह से उन्होंने भारत की आवाज को आगे बढ़ाया, उस पर हम सभी को गर्व है।’