नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
करीब 35 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 67 लाख से ज़्यादा पेंशनभोगियों के लिए 8वां वेतन आयोग (8th Pay Commission) चर्चा का विषय बन गया है। संभावित वेतन वृद्धि और संशोधित पेंशन लाभों के बारे में बढती चर्चा के साथ, उम्मीदें बढ़ रही हैं। उत्साह के बावजूद, सरकार की ओर से अभी भी इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि 8वां वेतन आयोग कब गठित किया जाएगा, जिससे लोग असमंजस में हैं।
कर्मचारी यूनियनों ने समय से पहले गठन की रखी मांग
बीएमएस, सीटू इंटक समेत कई कर्मचारी यूनियनों ने इस देरी पर चिंता व्यक्त की है तथा सरकार से आग्रह किया है कि समय पर कार्यान्वयन सुनिश्चित करने तथा कर्मचारियों और पेंशनभोगियों दोनों के लिए अनिश्चितता को कम करने के लिए आयोग का गठन समय से पहले ही कर दिया जाए।
8वें वेतन आयोग की सिफारिशें जनवरी 2026 से भी आगे जाएंगी
जनवरी 2016 में लागू हुआ 7वां वेतन आयोग, लगभग दो साल पहले, फरवरी 2014 में घोषित किया गया था। उस समय-सीमा ने रिपोर्ट प्रस्तुत करने, कैबिनेट की मंजूरी और समय पर रोलआउट के लिए पर्याप्त जगह दी थी। हालाँकि, 2025 के मध्य तक, 8वें वेतन आयोग का गठन होना बाकी है,लेकिन आयोग के दायरे और लक्ष्यों को परिभाषित करने वाले महत्वपूर्ण संदर्भ की शर्तें भी अभी तैयार नहीं की गई हैं।
नौकरशाही में उलझी प्रक्रियाएं
तवित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि आंतरिक चर्चा चल रही है, लेकिन नौकरशाही में उलझी प्रक्रियाओं की गति को देखते हुए, रोलआउट 1 जनवरी, 2026 की अपेक्षित समय-सीमा से काफी आगे निकल सकता है। भले ही आयोग की घोषणा इस साल के अंत तक हो जाए।
राजकोषीय घाटा बनाम वेतन आयोग
यकीनन इसकी एक बड़ी वक्ष राजकोषीय घाटा है।इस अनापेक्षित देरी के लिए राजकोषीय बाधाएं जिम्मेदार हैं, क्योंकि सरकार को कल्याणकारी खर्च, चुनावी वादों और राजकोषीय घाटे के लक्ष्यों के बीच संतुलन बनाना पड़ रहा है। आयोग की सिफारिशें को उदारता से लागू किया गया तो राजकोष पर काफी दबाव पड़ सकता है।
बढ़ेगा फिटमेंट फैक्टर
वेतन संशोधन का एक बड़ा हिस्सा फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करता है, फिटमेंट फैक्टर वह संख्या है जिसका उपयोग किसी कर्मचारी के मूल वेतन की पुनर्गणना करने के लिए किया जाता है। 7वें वेतन आयोग में, इसे 2.57 पर सेट किया गया था, जिससे न्यूनतम वेतन 7,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये हो गया। विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त किए गए विचारों के अनुसार 8वां वेतन आयोग 2.5 से 2.86 के बीच फिटमेंट फैक्टर की सिफारिश कर सकता है। जिससे कर्मचारियों के वेतन में 40,000 रुपये से 45,000 रुपये के बीच उल्लेखनीय वृद्धि होगी।”
भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महासचिव रविन्द्र हिम्ते कहते हैं कि अभी हम आंतरिक मंत्रणा कर रहे हैं कि वेतन आयोग में क्या क्या चीज लेनी चाहिए। विलंब जरूर हुआ है लेकिन पहले हम अपनी तैयारी पूरी कर रहे हैं।