रायपुर। छत्तीसगढ़-आंध्रा बॉर्डर पर कोंटा में सोमवार को आईईडी विस्फोट में शहीद हुए एडिशनल एसपी आकाश राव गिरीपुंजे (Akash Rao) को राजधानी रायपुर में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। रायपुर के माना में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (CAF) की चौथी बटालियन में आकाश राव को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्हें सभी ने श्रद्घाजंलि दी। पत्नी ने रोते हुए सैल्यूट करके अपने पति को सलामी दी।

आकाश राव का पार्थिव शरीर उनके कुशालपुर स्थित मकान में रात भर रखा गया। इसके बाद सुबह करीब साढे़ 9 बजे उन्हें माना स्थित सीएएफ की चौथी बटालियन के मुख्यालय लाया गया। यहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, मंत्री केदार कश्यप, लक्ष्मी राजवाड़े, डीजीपी अरुण देव गौतम, एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सहित ब्यूरोक्रेट्स और पुलिस महकमें आला अफसर मौजूद थे। आकाश राव की पत्नी, उनकी मां, पिता और बच्चे भी थे। सभी ने आकाश राव को श्रद्धाजंलि दी। इसके बाद आकाश राव के पार्थिव शरीर को रथ में रखकर महादेव घाट ले जाया गया।
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बटालियन में श्रद्घांजलि के बाद जब आकाश राव के पार्थिव शरीर को रथ में रखने के लिए ले जाया जा रहा था, तभी मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष सहित मौके पर मौजूद सभी लोगों ने शहीद अफसर को कंधा दिया और फिर पार्थिव शरीर को रथ तक पहुंचाया।
रथ को रवाना करने के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि आकाश राव बहादुर अफसर थे। उनकी शहादत याद रखी जाएगी और नक्सलियों से इसका बदला लिया जाएगा। सीएम ने कहा कि नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। बौखलाहट में इस तरह के वारदात को अंजाम दिया जा रहा है।
बटालियन से जब शहीद अफसर की अंतिम यात्रा निकली तो रास्ते भर आकाश के नाम के नारों से शहर गूंज पड़ा। शव यात्रा बटालियन से एक्सप्रेस वे, एक्सप्रेस वे से रिंग रोड नंबर 1 में रायपुरा चौक तक और फिर रायपुरा चौक से महादेव घाट तक निकाली गई। शव यात्रा की पुलिस जवानों ने करीब 50 बाइक से पायलेटिंग की। अंतिम यात्रा में कलेक्टर गौरव सिंह और एसएसपी लाल उमेेंद सिंह कई अफसर और बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

महादेव घाट में उन्हें बेटे ने मुखाग्नि दी। इस दौरान भी बड़ी संख्या में आकाश के परिवार और जानने वालों के साथ उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और विधायक, पुलिस महकमें के आला अफसरों के साथ ही, सीआरपीएफ के आला अफसर, ब्यूरोक्रेट्स शामिल हुए।
शहीद आकाश राव गिरिपुंजे रायपुर के रहने वाले थे। रायपुर के कुशालपुर इलाके में परिवार के साथ रहते थे। कोंटा में पोस्टिंग के दौरान आकाश अपने परिवार को साथ ही रखते थे। गर्मी की छुट्टियों में आकाश का परिवार रायपुर और महाराष्ट्र गया हुआ था। 11 जून को आकाश राव की बेटी का जन्मदिन था। आकाश भी इसमें शामिल होने रायपुर आने की तैयारी में थे, उससे पहले ही यह घटना हो गई।