[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
‘भूपेश है तो भरोसा है’ फेसबुक पेज से वायरल वीडियो पर FIR, भाजपा ने कहा – छत्तीसगढ़ में दंगा कराने की कोशिश
क्या DG कॉन्फ्रेंस तक मेजबान छत्तीसगढ़ को स्थायी डीजीपी मिल जाएंगे?
पाकिस्तान ने सलमान खान को आतंकवादी घोषित किया
राहुल, प्रियंका, खड़गे, भूपेश, खेड़ा, पटवारी समेत कई दलित नेता कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में
महाराष्ट्र में सड़क पर उतरे वंचित बहुजन आघाड़ी के कार्यकर्ता, RSS पर बैन लगाने की मांग
लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर AC बस में लगी भयानक आग, 70 यात्री बाल-बाल बचे
कांकेर में 21 माओवादियों ने किया सरेंडर
RTI के 20 साल, पारदर्शिता का हथियार अब हाशिए पर क्यों?
दिल्ली में 15.8 डिग्री पर रिकॉर्ड ठंड, बंगाल की खाड़ी में ‘मोंथा’ तूफान को लेकर अलर्ट जारी
करूर भगदड़ हादसा, CBI ने फिर दर्ज की FIR, विजय कल पीड़ित परिवारों से करेंगे मुलाकात
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

एक बेमेल शादी

Editorial Board
Editorial Board
Published: June 7, 2025 9:37 PM
Last updated: June 7, 2025 9:37 PM
Share
MBBS and BAMS courses
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

केंद्र सरकार का हालिया सुझाव कि एमबीबीएस और बीएएमएस के पाठ्यक्रम को समाहित कर एक नया पाठ्यक्रम बनाया जाए, यह पूरी तरह अवैज्ञानिक, यथार्थ से दूर और गलत उद्देश्य से प्रेरित है। ये दोनों पाठ्यक्रम पूरी तरह अलग दर्शन, मान्यताएं और प्रक्रियाओं पर आधारित हैं। दोनों के शरीर और रोगों को देखने का तरीका ही अलग है। जहां एक ओर एमबीबीएस आधुनिक वैज्ञानिक मान्यताओं पर आधारित है और प्रत्यक्ष प्रमाणों के आधार पर सभी निष्कर्ष निकालती है, वहीं आयुर्वेद परंपराओं और मान्यताओं पर आधारित है। ऐसे में किसी भी छात्र के लिए मौलिक ज्ञान मीमांसा का संकट पैदा हो सकता है। तब वह किसी भी पद्धति का अनुपालन ईमानदारी से नहीं कर पाएगा। यहां जनविश्वास का भी संकट पैदा हो सकता है। क्योंकि दोनों पद्धतियों पर विश्वास करने वाले लोग अपने विश्वास अनुसार चिकित्सकों के पास जाते हैं, ऐसे में वो यह तय ही नहीं कर पाएंगे की उन्हें कैसा इलाज चाहिए। इस क़दम में भारतीय जनता पार्टी व संघ परिवार की विचारधारा को विज्ञान व लोगों के हित से अधिक महत्व दिया गया है। हिंदू ग्रंथों व तत्वमीमांसा को सार्वभौमिक बनाने और उसके ज़रिए ब्राम्हणवादी वर्चस्व को वैधता प्रदान करने की यह एक कोशिश प्रतीत होती है। यह कहना है कि इससे ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना आसान होगा एक छलावा मात्र है। यदि सरकार ग्रामीण अंचलों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना चाहती है तो उसे अपने स्वास्थ्य केंद्रों के आधारभूत संरचना चिकित्सकों की भर्ती और दवाओं की उपलब्धता पर ध्यान देना चाहिए न कि वर्षों से स्थापित पद्धतियाें और पाठ्यक्रमों से छेड़-छाड़ करना चाहिए।

TAGGED:EditorialMBBS and BAMS courses
Previous Article Jama Masjid of Srinagar Unconscionable act of tyranny
Next Article क्या एलन मस्क नशे की हालत में ट्रंप को अंट शंट बोल गए, राष्ट्रपति करा रहे जांच
Lens poster

Popular Posts

उमर खालिद और साथियों के लिए कठिन है आगे की राह

पांच साल पहले उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुए दंगों के सिलसिले में गिरफ्तार जवाहर लाल नेहरू…

By Editorial Board

छत्तीसगढ़ में SIR की कवायद शुरू, वोटर लिस्ट रिविजन से सियासत तेज

रायपुर। बिहार के बाद अब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh SIR) में भी विशेष गहन संशोधन (SIR) की…

By पूनम ऋतु सेन

एयर इंडिया की फ्लाइट में झटकों से यात्रियों में हड़कंप, 10 मिनट तक अटकी रही सांसें, बिखर गई नाश्ते की प्लेट

पटना। दिल्ली से पटना आ रही एयर इंडिया( AIR INDIA ) की एक फ्लाइट मंगलवार…

By Lens News Network

You Might Also Like

Vice Presidential elections
लेंस संपादकीय

दक्षिण बनाम दक्षिण

By Editorial Board
लेंस संपादकीय

संघ मुख्यालय में मोदी

By Editorial Board
Monsoon session
लेंस संपादकीय

मानसून सत्रः सवालों से बचती सरकार

By Editorial Board
High court of allahabad
लेंस संपादकीय

एक और संवेदनहीन फैसला

By Editorial Board

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?