बेंगलुरु। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल 2025 की ऐतिहासिक जीत का जश्न उस समय मातम में बदल गया जब बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भारी भीड़ के कारण भगदड़ ( Bangalore Stampede )मच गई। इस हादसे में 11 लोगों की जान चली गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए। यह त्रासदी 4 जून 2025 को शाम करीब 4:45 बजे हुई जब लाखों प्रशंसक अपनी पसंदीदा टीम और खिलाड़ियों को देखने के लिए स्टेडियम के आसपास जमा हुए थे। इस घटना ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए बल्कि इसके बाद राजनीतिक दलों के बीच बयानबाजी भी शुरू हो गयी है ।
कैसे हुआ हादसा?
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार स्टेडियम के गेट नंबर 1 के पास एक अस्थायी स्लैब जो एक नाले के ऊपर रखा गया था, भारी भीड़ के दबाव में ढह गया। इससे अफरा-तफरी मच गई और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। करीब 50,000 लोग स्टेडियम के 1 किलोमीटर के दायरे में जमा थे, और कई लोग गेट के पास धक्का-मुक्की कर रहे थे या बैरियर पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। कुछ प्रशंसक बिना टिकट के स्टेडियम में प्रवेश करने की कोशिश में थे जिससे स्थिति और बिगड़ गई। सड़क पर बिखरे जूते, चप्पलें और कपड़े इस हादसे की भयावहता को दर्शाते हैं।

मृतकों और घायलों का विवरण
मृतकों में 13 से 33 साल की उम्र के लोग शामिल थे जिनमें एक 14 साल की स्कूली छात्रा दिव्यांशी, एक पानी पूरी बेचने वाले का बेटा और एक टेक फर्म में हाल ही में शामिल हुआ 22 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र प्रज्वल शामिल थे। घायलों में एक छह साल की बच्ची भी शामिल है और कई लोगों को बोवरिंग और व्यदेही अस्पतालों में भर्ती कराया गया। सरकार ने घायलों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा की है।
राजनीतिक बयानबाजी और मुआवजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: “बेंगलुरु में हुई यह त्रासदी दिल दहलाने वाली है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं, और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया: “यह एक दुखद हादसा है। सरकार मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देगी और घायलों का मुफ्त इलाज कराएगी। मैंने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह आयोजन KSCA द्वारा किया गया था न कि राज्य सरकार द्वारा।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार: RCB की जीत के बाद टीम को HAL हवाई अड्डे पर रिसीव करने वाले शिवकुमार ने हादसे पर दुख जताया और प्रशासन के साथ त्वरित कार्रवाई की बात कही।
भाजपा नेता चालावादी नारायणस्वामी: “यह हादसा सरकार की लापरवाही के कारण हुआ। उन्हें भीड़ की संख्या का अंदाजा नहीं था, और कोई सुरक्षा उपाय नहीं किए गए।”
पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई: “इस त्रासदी की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। यह एक गंभीर लापरवाही का मामला है।”

क्रिकेट जगत और हस्तियों की प्रतिक्रिया
विराट कोहली और अनुष्का शर्मा: “हम इस त्रासदी से स्तब्ध हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं।”
सचिन तेंडुलकर: “यह एक दुखद घटना है। RCB की जीत का जश्न इस तरह मातम में नहीं बदलना चाहिए था।”
हरभजन सिंह: “इस हादसे ने क्रिकेट के जश्न पर काला साया डाल दिया। प्रशासन को जवाब देना होगा।”
RCB का आधिकारिक बयान: “हम इस दुखद घटना से बहुत दुखी हैं। जैसे ही हमें स्थिति का पता चला, हमने कार्यक्रम को जल्दी समाप्त कर दिया और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन किया।”
सुरक्षा पर सवाल और लापरवाही के आरोप
हादसे के बाद भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे हैं। पुलिस के अनुसार बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने सुबह 11:56 बजे स्पष्ट कर दिया था कि कोई विजयी परेड नहीं होगी केवल स्टेडियम में एक समारोह होगा। लेकिन RCB की दोपहर 3:14 बजे की सोशल मीडिया पोस्ट जिसमें परेड और समारोह की घोषणा की गई,इस पोस्ट ने प्रशंसकों को भ्रमित कर दिया। इससे हजारों लोग स्टेडियम की ओर उमड़ पड़े।

क्या कदम उठाए गए?
कर्नाटक सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच शुरू की है ताकि हादसे के कारणों और लापरवाही की जांच हो सके। KSCA ने मृतकों के परिवारों के लिए 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। हादसे की खबर मिलते ही RCB ने समारोह को 10 मिनट में समाप्त कर दिया।
RCB की 18 साल बाद पहली आईपीएल जीत का जश्न एक भयावह त्रासदी में बदल गया। यह हादसा न केवल बेंगलुरु बल्कि पूरे देश के लिए एक सबक है कि उत्सव के बीच सुरक्षा को प्राथमिकता देना कितना जरूरी है। प्रशंसकों की दीवानगी और प्रशासन की लापरवाही ने 11 परिवारों को हमेशा के लिए दुख में डुबो दिया।