नई दिल्ली। मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और कर्नाटक को जोड़ने वाली तीन नई ट्रेन सेवाएं अगले दो महीनों में शुरू होंगी। ये सेवाएं रीवा-पुणे, जबलपुर-रायपुर और ग्वालियर-केएसआर बेंगलुरु सिटी के बीच चलेंगी। जबलपुर से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बीच यह ट्रेन मंडला जिले के नैनपुर स्टेशन और महाराष्ट्र के गोंदिया स्टेशन से होकर गुजरेगी।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि रीवा से पुणे के बीच चलने वाली यह ट्रेन सतना और जबलपुर होते हुए महाराष्ट्र के दूसरे सबसे बड़े शहर पुणे तक जाएगी। वैष्णव ने बताया कि यह सेवा विशेष रूप से छात्रों और उनके परिवारों के लिए उपयोगी होगी, क्योंकि पुणे उच्च शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र है। इस ट्रेन से यात्रा आसान और सुविधाजनक होगी। ग्वालियर से कर्नाटक के केएसआर बेंगलुरु सिटी तक ट्रेन सेवा गुना और भोपाल के रास्ते चलेगी।
इस ऑनलाइन प्रेस वार्ता में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य, भोपाल मंडल रेल प्रबंधक और अन्य वरिष्ठ रेलवे अधिकारी भी शामिल थे।
रेल मंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में 1.01 लाख करोड़ रुपये की लागत से रेलवे परियोजनाएं चल रही हैं। हाल ही में रतलाम-नागदा तीसरी और चौथी लाइन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिनकी अनुमानित लागत 1,018 करोड़ रुपये है। ये परियोजनाएं निर्धारित समय से पहले पूरी होने की उम्मीद है, जिससे यात्रियों और माल ढुलाई में तेजी आएगी।
कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स ने रतलाम-नागदा और वर्धा-बाल्हारशाह लाइनों के लिए 3,399 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी है। ये परियोजनाएं 2029-30 तक पूरी होंगी और चार जिलों में 176 किलोमीटर रेल नेटवर्क का विस्तार करेंगी, जिससे 784 गांवों और 19.74 लाख की आबादी को लाभ होगा।