पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के रोहतास जिले के बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए एनडीए की उपलब्धियों को गिनाया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष, विशेष रूप से लालू यादव और उनके परिवार पर तीखा हमला बोला।
इसके साथ ही, उन्होंने करीब 48,520 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिसमें नबीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की स्टेज-दो (29,930 करोड़ रुपये) और पटना-गया-डोभी फोर-लेन सड़क जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं।
पटना में गुरुवार को पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 1,200 करोड़ रुपये की लागत से बने नए टर्मिनल का उद्घाटन किया था और बिहटा हवाई अड्डे के नए सिविल एन्क्लेव की आधारशिला रखी, जिसकी लागत 1,410 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, उन्होंने पटना में एक रोड शो भी किया।
यह दौरा बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, खासकर मगध-शाहाबाद क्षेत्र में जहां 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए को कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था।
पीएम ने क्या कहा…
प्रधानमंत्री ने अपनी दो दिवसीय बिहार यात्रा के दूसरे दिन रोहतास में कहा कि बिहार की धरती से उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया था, जिसे उन्होंने पूरा किया। उन्होंने कहा कि आतंक को बिल से खींचकर कुचलने का काम भारतीय सेना करेगी।
विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने बिहार को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया और जिनके अत्याचारों की वजह से बिहार के गरीबों को पलायन करना पड़ा, वही लोग अब सत्ता हासिल करने के लिए सामाजिक न्याय के नाम पर झूठ का सहारा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जंगलराज लाने वालों से सतर्क रहने की जरूरत है। पीएम ने बताया कि दशकों तक गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी समुदायों को बुनियादी सुविधाएं जैसे शौचालय, पक्का मकान और बैंक खाते तक नहीं मिले। उन्हें बैंकों में प्रवेश तक नहीं करने दिया जाता था और वे बेघर रहे।
मोदी ने सवाल उठाया कि क्या बिहार की जनता की यह दयनीय स्थिति और कठिनाइयां ही कांग्रेस और राजद का सामाजिक न्याय थीं? इससे बड़ा अन्याय और क्या हो सकता है? उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और राजद ने कभी गरीब, पिछड़े और दलितों की समस्याओं की परवाह नहीं की, बल्कि विदेशियों को बिहार की गरीबी दिखाने के लिए घुमाया करते थे। अब जब गरीब, दलित और पिछड़ा समाज ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है, तब इन्हें अपने अस्तित्व को बचाने के लिए सामाजिक न्याय की बात याद आ रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में सामाजिक न्याय का असली सवेरा एनडीए के शासन में देखने को मिला है। उनकी सरकार गरीब, दलित और पिछड़े वर्गों के विकास के लिए कई योजनाएं चला रही है।
नीतीश ने कहा, सभी खड़े होकर पीएम को प्रणाम करें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार के जातीय जनगणना कराने के निर्णय की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है और इसके लिए वे पीएम को नमन करते हैं। विपक्ष पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि कुछ लोग इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बिहार में जातीय जनगणना पहले ही शुरू की जा चुकी है। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे किसी के बहकावे में न आएं और पीएम मोदी के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें सम्मान दें। सीएम ने सभी से खड़े होकर पीएम को प्रणाम करने का आह्वान किया और अपना संबोधन समाप्त किया।