रायपुर। छत्तीसगढ़ के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का छात्र संगठन NSUI ने घेराव किया। NSUI ने विश्वविद्यालय प्रशासन और कुलपति पर गंभीर आरोप लगाए। NSUI नेताओं का कहना है कि विश्वविद्यालय को RSS कार्यालय बना दिया गया है। कुलपति संघी विचारधारा के हैं। इसके चलते संघ और ABVP का कार्यक्रम इस विश्वविद्यालय में होता रहता है।
गौरतलब हो कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक रायपुर के कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित हो रही है। विश्वविद्यालय में हो रहे इस कार्यक्रम का विरोध NSUI ने किया है और विश्वविद्यालय प्रशासन से सवाल किया है।
NSUI के प्रदेश उपाध्यक्ष अमित शर्मा ने कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल पर आरोप लगाया कि वे विश्वविद्यालय को कृषि शिक्षा का केंद्र बनाने की बजाय संघ का कार्यालय बनाने में लगे हुए हैं। विश्वविद्यालय परिसर में ABVP का राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित कर यह सिद्ध किया गया है कि कुलपति का प्राथमिक उद्देश्य शिक्षा नहीं, बल्कि राजनीतिक एजेंडा है। छात्रों को शिक्षा की बजाय लाठी थमाने का प्रयास हो रहा है। छात्र अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं, कर्मचारियों को वेतन व अन्य सुविधाओं के लिए धरना देना पड़ रहा है, लेकिन कुलपति केवल RSS नेताओं की चाटुकारिता में लगे हुए हैं।
NSUI के राष्ट्रीय संयोजक हनी बग्गा ने कहा कि विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय बने देना रहना चाहिए। अगर इसे संघ के दलाली का अड्डा बनाया जाएगा तो NSUI पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगी। हम आज संघ का पैंट लेकर आए हैं। अगर आज कुलपति नहीं मिले तो आज इसमें आग भी लगाएंगे। हम देखना चाहते हैं कि कुलपति क्या कर सकते हैं। अगर एफआईआर करनी हैं तो हमारे सारे साथियों पर कीजिए। हम विश्वविद्यालय को दलाली का अड्डा बनने नहीं देंगे। NSUI ने मांग की है कि राष्ट्रपति तत्काल प्रभाव से ऐसे कुलपतियों को पद से बर्खास्त करें, ताकि राज्य में शिक्षा का गिरता स्तर सुधर सके। शर्मा ने यह भी बताया कि IGKV के अलावा पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सच्चिदानंद शुक्ला और महात्मा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रवि सक्सेना भी ABVP नेताओं की स्वागत समिति में सक्रिय रूप से शामिल रहे, जो शिक्षा व्यवस्था के लिए अत्यंत चिंताजनक है।