बप्पी राय। बस्तर
छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में 21 मई को हुए फोर्स के अब तक के सबसे कामयाब ऑपरेशन के बाद फोर्स को एक और सफलता मिली है। इस बार सफलता ओडिशा में मिली हैं, जहां दंडकारण्य में कुख्यात नक्सली हिड़मा को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है। ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के त्रि-जंक्शन क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों ( maoist activity) के खिलाफ यह सफलता हासिल हुई है। कोरापुट जिला पुलिस और जिला स्वयंसेवी बल (DVF) द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए नक्सल-विरोधी अभियान में वरिष्ठ माओवादी नेता कुनजम हिड़मा उर्फ मोहन को गिरफ्तार किया गया है।

इस अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार और माओवादी सामग्री जब्त की है। जब्त सामग्री में एक AK-47 राइफल, 35 राउंड गोला-बारूद, 117 डेटोनेटर (इलेक्ट्रिक और गैर-इलेक्ट्रिक), बारूद, रेडियो, चाकू और माओवादी साहित्य शामिल हैं।

यह ऑपरेशन माओवादी गतिविधियों को नियंत्रित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। कोरापुट जिला पुलिस ने इस सफलता को क्षेत्र में शांति और सुरक्षा स्थापित करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि बताया है। जांच एजेंसियां गिरफ्तार माओवादी हिड़मा से पूछताछ कर रही हैं, ताकि नक्सली नेटवर्क और उनकी योजनाओं के बारे में और जानकारी हासिल की जा सके।
इससे पहले 21 मई 2025 को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में मुठभेड़ हुई थी। इस ऑपरेशन में माओवादी संगठन के महासचिव बसवराजू सहित 28 नक्सली ढेर हुए थे। बसवराजू पर देशभर में करीब 3 करोड़ रुपये का इनाम था। इस घटना के बाद से नक्सलियों के सरेंडर करने का सिलसिला जारी हो गया। मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक कुल 84 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। हाल ही में सुकमा जिले में बटालियन नंबर 1 क्षेत्र में सक्रिय 18 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था।