रायपुर। आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह शनिवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर रहे। संजय सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर मोदी सरकार को फिर घेरा है। उन्होंने कहा कि मैं तो कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री के नसों में, उनके शरीर में नौटंकी बह रही है। इसके अलावा कुछ नहीं बह रहा है। मोदी जी आप क्या हैं? आप ब्रिगेडियर हैं? कर्नल है? सेना अध्यक्ष हैं?, आप क्या हैं? आप सिंदूर के सेल्समैन बन गए हैं। आप तो आप सिंदूर की मार्केटिंग कर रहे हैं।
संजय सिंह ने संसदीय सत्र बुलाने की मांग और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी के पोस्टरों को लेकर तंज कसा है। साथ ही विदेश दौरे पर भारत का पक्ष रखने के लिए भेजे गए संसदीय दल को लेकर विदेश नीति में फेल होने की बात कही है।
पीएम से संसदीय सत्र बुलाने की उम्मीद नहीं
सांसद संजय सिंह ने कहा कि संसदीय सत्र बुलाने की बात हमने बार-बार की। लेकिन, जो प्रधानमंत्री सऊदी अरब से यात्रा छोड़ के आने के बाद सर्वदलीय बैठक में शामिल न होकर बिहार के चुनाव रैली में शामिल होते हैं, फिल्मी सितारों को संबोधित करते हैं। आंध्र प्रदेश और केरल में हंसी मजाक करते हुए देखे जाते हैं। उस प्रधानमंत्री से यह उम्मीद करना कि यह बैठक बुलाएंगे या संसद सत्र बुलाएंगे मुझे लगता है हम लोग गलतफहमी में हैं ऐसा वह करेंगे नहीं।
मोदी सरकार विदेश नीति में पूरी तरह फेल रही
संजय सिंह ने विपक्षी नेताओं के संसदीय दल को दिल्ली भजने का लेकर कहा कि संसदीय दल भेजा जाना कोई गलत नहीं है। जरूर देश का पक्ष अलग-अलग देशों के सामने रखा जाना चाहिए। लेकिन, मैं प्रधानमंत्री जी से बड़ी विनम्रता पूर्वक पूछना चाहता हूं कि आपने 73 देशों की यात्रा की 129 विदेश यात्रा पर गए। मोदी- मोदी के नारे लगाए गए। आपका मित्र ट्रंप उसके लिए आपने प्रचार भी किया। आपकी विदेश नीति तो पूरी तरीके से फेल रही। एक भी देश बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान किसी ने आपका समर्थन नहीं किया। पाकिस्तान से लड़ाई के वक्त क्यों नहीं किया। यह तो हमारे गौरवमयी पराक्रमी बहादुर सेना को हम लोग नमन करते हैं कि उन्होंने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूत कर दिया। पीओके पर कब्जा कर सकती थी सेना। बलूचिस्तान को पाकिस्तान के नक्शे से अलग कर सकती थी। पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया।
लेकिन, किसी देश ने तो आपका समर्थन नहीं किया। यहां तक की एक जो राष्ट्रपति न्यू पापुआ गनी जो पैर छू रहे थे मोदी जी के। वह भी समर्थन नहीं किए। इसका मतलब यह है कि विदेश नीति आपकी फैल रही तो अब आपको याद आ रहा है कि विपक्ष में भी कुछ समझदार सांसद हैं। उनको विदेश में भेजना चाहिए, भारत का पक्ष रखने के लिए। यह पुलवामा में क्या आपको क्यों याद नहीं आया? यह उरी के बाद क्यों याद नहीं आया? यह गलवान घाटी में 20 जवान मारे गए तब प्रधानमंत्री जी को याद क्यों नहीं आया? अब तो बहुत देर से उन्होंने फैसला लिया कि भारत का पक्ष अलग-अलग दलों के साथ रखना चाहिए। यह फैसला पहले लेना चाहिए था। जब विदेश नीति के मामले में फेल हुए प्रधानमंत्री तो वो यह फैसला ले रहें हैं।
मोदी जी आप क्या हैं?
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संजय सिंह ने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम सब की जिम्मेदारी है कि हम लोगों के दर्द उनकी तकलीफों को उठाएं। प्रधानमंत्री क्या कर रहे हैं वह एक बड़ा सवाल है। प्रधानमंत्री सिंदूर की मार्केटिंग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री सिंदूर के सेल्समैन बन गए हैं। प्रधानमंत्री सिंदूर का सौदा कर रहे हैं और सिंदूर के नाम पर वोट लेना चाहते हैं। उन्होंने अभी एक रैली में कहा कि उनकी नसों में गरम सिंदूर बह रहा है। मैं तो कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री के नसों में, उनके शरीर में नौटंकी बह रही है। इसके अलावा कुछ नहीं बह रहा है। प्रधानमंत्री जी आपने तो कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर तो अभी जारी है। हमारी जिन बहनों के माथे से सिंदूर उजाड़े गए वह चार खूंखार आतंकवादी कहां है? उन पर तो अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऑपरेशन सिंदूर जारी है और आपके पोस्टर लग रहे हैं। सेना की वर्दी आपने पहनी है। चश्मा लगा लिया है। हाथ में हेलमेट लिया है। क्या हैं आप? ब्रिगेडियर हैं? कर्नल है? सेना अध्यक्ष हैं? क्या हैं आप? आप तो सिंदूर की मार्केटिंग कर रहे हैं।