नई दिल्ली। दिल्ली में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई जारी है। झुग्गियों और मकानों का तोड़ा जा रहा है। इस कार्रवाई के खिलाफ आवास अधिकार जन आंदोलन समिति ने शुक्रवार को एक बैठक की। इस बैठक में 29 मई को सरकार के खिलाफ जंतर-मंतर में बड़ा आंदोलन करने की तैयारी पर चर्चा हुई। समिति का कहना है कि सरकार वादे के खिलाफ जाकर काम कर रही है। मेहनतकश गरीबों के घरों को तोड़ा जा रहा है। Aavas Aandolan
समिति के सदस्य अमन ने बताया कि सरकार ने नारा दिया था कि जहां झुग्गी वहां मकान लेकिन सरकार अपने वादे से मुकर रही है। गरीबों के घरों को तोड़ा जा रहा है।गरीबों को पुनर्वास भी शहर से दूर दिया जा रहा है। जबकि नियमों के मुताबिक पांच किलोमीटर के अंदर पुनर्वास कराना होता है। हम 10 मांगों के साथ जंतर-मंतर में बड़ा आंदोलन करने जा रहें हैं। इसे लेकर हमने बैठक की है। इस आंदोलन में सभी मेहनतकश गरीब और अलग-अलग संगठन के लोग शामिल होंगे। इससे गरीबों को उनका हक मिल सकेगा।
इन मांगो के साथ होगा जंतर-मंतर में आंदोलन
1. अवैध तोड़फोड़ और जबरन बेदखली रोको विकास, पर्यावरण या सौंदर्यकरण के बहाने गरीबों की जिंदगी उजाड़ना बंद करो।
2. मौजूदा जगह (IN-SITU) या नज़दीक (5 KM के भीतर) पुनर्वास दो – DUSIB 2015 नीति व MPD-2041 के निर्देश का पालन करो। DUSIB नोटिफायड लिस्ट से निकाले गए 82 झुग्गियों को वापस जोड़े।
3. बिना पुनर्वास तोड़े गए घरों के विस्थापित परिवारों को मुआवजा दो या उचितपुनर्वास दो।
4. Zone-0 में बसे परिवारों को भी पुनर्वास का हक दो।
5. प्रवासी मज़दूरों के लिए कार्यस्थल के पास सुरक्षित व सस्ते हॉस्टल बनाओ।
6. दिल्ली की सभी अनाधिकृत कॉलोनियों का नियमितीकरण करो।
7. पुनर्वास पूरी तरह प्राप्त होने तक DDA परिवारों से भुगतान ना ले
8. SC/ST फंड से वंचित समुदायो ं के लिए मुफ्त आवास बनाओ
9. मौजूदा पुनर्वास कॉलोनियों में निर्माण एवं गुणवत्ता की समस्या सुधारो और भविष्य में अच्छी क्वालिटी के सम्मानजनक घर बनाओ
10. नया सर्वे कर DUSIB की झगी-बस्तियों की सूची अपडेट करो। कट ऑफ तारीख 2025 तक बढ़ाओ, झुग्गी की परिभाषित सीमा घटाकर 20 घर करो।