मुंबई। शेयर बाजार में भारी गिरावट के बीच मंगलवार को निवेशकों की संपत्ति में 5.64 लाख करोड़ रुपये की कमी आई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 873 अंक लुढ़ककर 81,186.44 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह 905.72 अंक तक गिरकर 81,153.70 अंक पर पहुंच गया था। जानकारों की मानें तो भारत में कोविड-19 के नए वैरिएंट के 50 से अधिक मामलों और दो मौतों की खबर ने भी बाजार को प्रभावित किया।
इस गिरावट के कारण बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 5,64,594.68 करोड़ रुपये घटकर 4,38,03,259.51 करोड़ रुपये (5.13 हजार अरब डॉलर) रह गया। सेक्टोरल प्रदर्शन में निफ्टी ऑटो सबसे ज्यादा 1 प्रतिशत नीचे आया। सेंसेक्स के 30 में से 26 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
बाजार में इस गिरावट की प्रमुख वजह मुनाफावसूली को माना जा रहा है। इसके अलावा, वैश्विक बाजारों में कमजोर रुझान और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा सोमवार को 525.95 करोड़ रुपये की निकासी ने भी बाजार पर दबाव बनाया। अमेरिका-भारत के बीच चल रही ट्रेड डील की चर्चा और इसके जल्द पूरा होने की संभावना ने भी बाजार की अनिश्चितता को बढ़ाया।
इसके साथ ही शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपये में 13 पैसे की कमजोरी आई और यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.55 के स्तर पर पहुंच गया। विदेशी फंड की लगातार निकासी और शेयर बाजार की कमजोरी इसके पीछे प्रमुख कारण रहे।