नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर के बाद से शुरू हुए तनाव के बाद बंद हुई बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी फिर से शुरू हुई। मंगलवार की शाम से दोबारा अटारी-बाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू हुई, लेकिन इस बार कई बदलाव नजर आए। इतना ही नहीं बॉर्डर पर झंडा उतारने के दौरान पर्यटकों की संख्या पहले जैसी नहीं रही। अटारी के अलावा हुसैनीवाला तथा सादकी बॉर्डर पर भी झंडा उतारने की रस्म अदा की गई। इस दौरान भारत ने अपनी तरफ से बॉर्डर का दरवाजा नहीं खोला और न ही एक दूसरे से हाथ मिलाने की रस्म अदा की गई।
बड़ी संख्या में अक्सर नजर आने वाले पर्यटक इस बार नजर नहीं आए। बीएसएफ के अफसर और जवानों के अलावा उनके परिवार, मीडिया और प्रशासनिक इस कार्यक्रम में शामिल हुए। ऑपरेशन सिंदूर के बाद से बॉर्डर पर सन्नाटा था। बीएसएफ की महिला बटालियन ने बैंड कार्यक्रम पेश किया।
भारत-पाक तनाव से पहले अटारी समेत तीनों सीमाओं पर रोजाना भारी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। ऑपरेशन सिंदूर से बढ़ते तनाव के बाद यहां पर्यटकों की एंट्री बैन कर दी गई थी। सीजफायर के बाद 10 दिन तक इसे रोका गया, लेकिन अब इसे शुरू किया गया है।