नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ये अभी ट्रेलर मात्र है, जब सही समय आएगा तो हम पूरी पिक्चर दिखाएंगे। दरअसल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ऑपरेशन सिंदूर में मिली सफलता के बाद भुज के एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे थे। इससे पहले गुरुवार को राजनाथ जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर एयरबेस पहुंचे थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश की मज़बूत भुजा, भुज में, आप सबके बीच आकर मुझे बड़ा गर्व हो रहा हैI यह भुज, 1965 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हमारी जीत का साक्षी रहा है। यह भुज, 1971 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हमारी जीत का साक्षी रहा है। और आज एक बार फिर, यह भुज, पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हमारी जीत का साक्षी बना है। इसकी मिट्टी में देशभक्ति की खुशबू है, और यहाँ के जवानों में भारत की सुरक्षा का अडिग संकल्प। मैं आप सभी Air warriors समेत, Armed forces और BSF के सभी जाँबाजों को सलाम करता हूँ
उन्होंने कहा कि अभी कल ही, मैं श्रीनगर में, सेना के अपने वीर जवानों से मिलकर लौटा हूं। और आज, मुझे आपके बीच आने का अवसर मिला है। कल मैं भारत के उत्तरी भाग में जवानों से मिला। आज मैं भारत के पश्चिमी भाग में एयर वॉरियर्स और जवानों से मिल रहा हूं। दोनों ही सामनों पर जोश और हाई एनर्जी देखकर, मैं फिर से आश्वस्त हो गया हूँ, कि भारत की सीमाएं, आप सभी की मजबूत भुजाओं में पूरी तरह से सुरक्षित हैं
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आपने जो कुछ किया, उसने पूरे देश को गर्व से भर दिया है। भारतीय वायुसेना के लिए, सिर्फ 23 मिनट काफी थे, पाकिस्तान की सरज़मीं पर पल रहे आतंक के अजगर को कुचलने के लिए। मैं यह कहूं तो गलत नहीं होगा, कि जितनी देर में लोग नाश्ता-पानी निपटाते हैं, उतनी देर में आपने दुश्मनों का निपटारा कर दियाI आपने दुश्मन की सीमा के भीतर जाकर जो मिसाइल गिराए, उसकी गूँज पूरी दुनिया ने सुनी। और वास्तव में वह गूंज, सिर्फ मिसाइल की ही नहीं थी, वह गूँज आपके शौर्य और भारत के पराक्रम की थी।
यह कोई छोटी बात नहीं है कि हमारी एयरफोर्स की पहुंच पाकिस्तान के हर कोने तक है। यह बात पूरी तरह साबित हो चुकी है। आज स्थिति यह है कि भारत के फाइटर प्लेन बिना सरहद पार किए ही, यहीं से उनके हर कोने तक प्रहार करने में सक्षम है। पूरी दुनिया ने देख लिया है कि कैसे आपने पाकिस्तान की धरती पर मौजूद, आतंकवाद के नौ ठिकानों को ध्वस्त कर दिया; बाद में की गई कारवाई में उनके अनेक एयरबेस तबाह कर दिए।
ब्रह्मोस’ मिसाइल की ताक़त को तो पाकिस्तान ने ख़ुद स्वीकार किया है। हमारे देश में एक कहावत काफ़ी पुरानी है और वह है – “दिन में तारे दिखाना”। मगर भारत मे बनी ब्रह्मोस मिसाइल ने पाकिस्तान दुश्मन को रात के अँधेरे में दिन का उजाला दिखा दिया है। भारत के जिस एयर डिफेंस सिस्टम की तारीफ़ हर तरफ़ हो रही है, उसमें DRDO द्वारा बनाये गए ‘आकाश’ और अन्य राडार सिस्टम की जबरदस्त भूमिका रही है।
आपने पाकिस्तान में मौजूद terror infrastructure के ख़िलाफ़ प्रभावी कारवाई की मगर पाकिस्तान फिर से इस कोशिश में लग गया है कि ध्वस्त हुए आतंकी ढाँचे को फिर से खड़ा किया जाये। वहाँ की सरकार, पाकिस्तानी आम नागरिकों से लिया गया टैक्स, ‘जैश ए मुहम्मद’ जैसे आतंकी संगठन के आका मसूद अजहर को करीब चौदह करोड़ रुपए देने में खर्च करेगी। जबकि वह UN Designated terrorist घोषित है।
इतना ही नहीं, ‘लश्कर ए तैयबा और जैश ए मुहम्मद’ के मुरीदके और बहावलपुर स्थित terror infrastructure को फिर से खड़ा करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने आर्थिक सहायता देने के ऐलान किया है। निश्चित रूप से IMF से आने वाले एक बिलियन डॉलर के बड़े हिस्से को terror infrastructure को फंड करने में इस्तेमाल होगा। क्या यह IMF द्वारा जो कि एक international organisation द्वारा indirect funding नहीं माना जाएगा?
आपने जो पराक्रम दिखाया, उसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। आज भारत को वैश्विक मंच पर, जो सम्मान मिल रहा है, उसकी बुनियाद में आपका यही पराक्रम है। यही कारण है, कि भारत का बच्चा-बच्चा आपको, अपना idol मानता है।
मैं आप सबको, एक बार फिर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बधाई देता हूँ। मैं बस इतना कहूँगा, कि आपके पराक्रम ने यह दिखा दिया, कि यह वो सिन्दूर है, जो श्रृंगार का नहीं, बल्कि शौर्य का प्रतीक है। यह वो सिन्दूर है, जो सौंदर्य का नहीं, बल्कि संकल्प का प्रतीक है। यह सिन्दूर, खतरे की वह लाल लकीर है, जो भारत ने अब आतंकवाद के माथे पर खींच दी है।