रायपुर। कर्रेगुट्टा हिल्स में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन में CRPF का डॉग K9 रोलो शहीद हो गया। K9 रोलो छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर तैनात था। 21 दिनों तक नक्सलियों के खिलाफ चले अभियान का भी K9 रोलो हिस्सा रहा। अभियान से वापस लौटते वक्त रोलो पर मधूमक्खियों ने हमला कर दिया। मधुमक्खियों के हमले में K9 रोलो की मृत्यु (CRPF dog martyr) हो गई। शुक्रवार को सुकमा जिले में CRPF के जवानों ने 228 बटालियन के K9 रोलो का अंतिम संस्कार किया।
दरअसल सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में तलाशी अभियान चला रही थी। K9 रोलो भी इस टीम का हिस्सा था। अचानक, मधुमक्खियों के एक झुंड ने रोलो पर हमला कर दिया। मधुमक्खियों ने रोलो के शरीर पर कई डंक मारे। रोलो को बचाने के लिए उसके हैंडलर ने एक प्लास्टिक शीट से ढक दिया। लेकिन, मधुमक्खियां शीट के अंदर घुस गईं। इससे मधुमक्खियों ने और काटा। दर्द और जलन से परेशान होकर रोलो ने शीट को हटा दिया। इससे बाद मधुमक्खियों ने रोलो के शरीर पर काटा।
मधुमक्खियों के काटने से रोलो बेहोश हो गया। रोलो को तुरंत मेडिकल सहायता देने की कोशिश की। लेकिन, रोलो की रास्ते में ही जान चली गई। अस्पताल में वेटरनरी डॉक्टर ने रोलो को मृत घोषित कर दिया।
रोलो बेल्जियन मेलिनोइस ब्रीड का डॉग था। रोलो को सीआरपीएफ के डॉग ब्रीडिंग एंड ट्रेनिंग स्कूल डीबीटीएस बेंगलुरु में प्रशिक्षित किया गया था। अप्रैल 2024 में सीआरपीएफ की 228वीं बटालियन में नक्सल ड्यूटी के लिए रोलो को भेजा गया था। रोलो विस्फोटक ढूंढने और हमले करने में माहिर था।