दरभंगा। (FIR on Rahul Gandhi) कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ बिहार के दरभंगा जिले के लहेरियासराय थाने में दो प्राथमिकियां (FIR) दर्ज की गई हैं। यह कार्रवाई राहुल गांधी द्वारा बिना प्रशासनिक अनुमति के अंबेडकर कल्याण छात्रावास में ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम आयोजित करने और निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के आरोप में की गई है।
पहली एफआईआर मौके पर तैनात मजिस्ट्रेट खुर्शीद आलम के बयान पर दर्ज की गई। इसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी और उनके समर्थकों ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए अंबेडकर छात्रावास में सभा की। दूसरी एफआईआर यह जिला कल्याण पदाधिकारी आलोक कुमार द्वारा दर्ज कराई गई, जिसमें बिना अनुमति के छात्रावास परिसर में जबरन कार्यक्रम आयोजित करने का आरोप है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दरभंगा एसडीएम विकास कुमार ने इन एफआईआर की पुष्टि की है। इनमें राहुल गांधी सहित 20 नामजद कांग्रेस नेताओं और 100 अज्ञात कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाया गया है।
राहुल ने क्या कहा…
मिथिला विश्वविद्यालय के आंबेडकर छात्रावास में हुए इस कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वंचित समुदायों के दबाव के कारण जातिगत जनगणना कराने का फैसला किया। आपको पता है, मिथिला विश्वविद्यालय के गेट पर मेरी कार को रोक दिया गया, लेकिन मैं रुका नहीं। मैं पैदल ही एक अलग रास्ते से यहां पहुंचा। बिहार सरकार मुझे रोक नहीं पाई, क्योंकि आपकी ऊर्जा ने मुझे भी प्रेरित किया। यही वह ताकत है, जिसके सामने नरेन्द्र मोदी को झुकना पड़ा। कांग्रेस ने बिहार में ‘शिक्षा न्याय संवाद’ नामक जनसंपर्क अभियान शुरू किया, जहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
भाषण के एक हिस्से का वीडियो वायरल
राहुल गांधी अपने भाषण के वजह से सोशल मीडिया में ट्रोल हो गए। भाषण के एक हिस्से का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कराया गया। जिसमें वह कहते हुए नजर आ रहे हैं “हमने कहा, हमने नरेंद्र मोदी से पार्लियामेंट में कहा… तुम्हें जाति जनगणना करना पड़ेगा… हमने उससे कहा कि तुम्हें संविधान को यहां माथे पर लगाना पड़ेगा…। इस वीडियो के ‘एक्स’ पर वायरल होते ही कुछ हैंडल से कांग्रेस सांसद की आलोचना करने लगे।