द लेंस डेस्क। (complaint against Rahul Gandhi) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद राहुल गांधी एक बार फिर विवादों के केंद्र में हैं। इस बार मामला न्यूयॉर्क की एक यूनिवर्सिटी में उनके द्वारा भगवान राम को लेकर दिए गए कथित बयान से जुड़ा है। वाराणसी के एक अधिवक्ता हरिशंकर पांडेय ने राहुल गांधी के खिलाफ वाराणसी के एमपी-एमएलए कोर्ट में परिवाद दाखिल किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 19 मई को निर्धारित की गई है।
अधिवक्ता हरिशंकर पांडेय के अनुसार राहुल गांधी ने भगवान राम को “पौराणिक” बताते हुए उस युग की कहानियों को “काल्पनिक” करार दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राहुल गांधी ने ब्राउन यूनिवर्सिटी में एक सत्र के दौरान भारतीय संस्कृति और इतिहास पर चर्चा की थी। इस दौरान उनके द्वारा भगवान श्रीराम और रामायण से संबंधित कुछ टिप्पणियां की गईं, जिन्हें कुछ लोगों ने विवादित माना। हालांकि राहुल गांधी के बयान का पूरा संदर्भ अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना की गई थी।
कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 19 मई की तारीख तय की है। इस सुनवाई के दौरान अधिवक्ता को अपने आरोपों के समर्थन में साक्ष्य प्रस्तुत करने होंगे।
राहुल गांधी के कथित बयान को लेकर पहले ही दिल्ली, वाराणसी और अन्य शहरों में विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं। कुछ हिंदू संगठनों और कुछ राजनीतिक दलों ने इस बयान की निंदा की है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों ने राहुल गांधी पर सनातन धर्म के अपमान का आरोप लगाया है। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। राहुल गांधी की ओर से भी इस पर कोई स्पष्टीकरण या जवाब सामने नहीं आया है।