नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीजफायर होने के तीसरे दिन (India Pakistan News) सोमवार को तीनों सेनाओं के डीजीएमओ ने संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग कर सैन्य अभियानों और पाकिस्तान के खिलाफ भारत की मजबूत रक्षा तैयारियों की जानकारी दी।
प्रेस ब्रीफिंग में एयर मार्शल एके भारती ने पाकिस्तान और अन्य देशों के ड्रोन्स के खिलाफ भारत की वायु रक्षा प्रणाली की ताकत के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “चाहे तुर्किए के ड्रोन हों या किसी अन्य देश के, हमारी वायु रक्षा के सामने वे पूरी तरह असहाय साबित हुए। उनके मलबे ने हमारी ताकत का सबूत दिया।” ब्रीफिंग की शुरुआत में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता और जोशीले गीतों के उल्लेख पर उन्होंने रामचरित मानस की पंक्तियों का हवाला देते हुए कहा, “भय बिन होए न प्रीति।”
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने नौसेना बताया कि भारतीय नौसेना की फ्लीट ने संयुक्त सैन्य अभियान में अहम योगदान दिया। उन्होंने कहा, “हमारे विमानों ने लगातार निगरानी रखी और किसी भी संदिग्ध या शत्रु जहाज को सैकड़ों किलोमीटर तक पास नहीं आने दिया। हमारे शक्तिशाली कैरियर बैटल ग्रुप के कारण पाकिस्तान हमारी नौसैन्य ताकत को चुनौती नहीं दे सका।” एयर मार्शल भारती ने जोड़ा, “हमारे सभी सैन्य अड्डे और हवाई क्षेत्र पूरी तरह सुरक्षित हैं और भविष्य में किसी भी ऑपरेशन के लिए तैयार हैं।”
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने पाकिस्तान के हमलों को नाकाम करने में भारत की वायु रक्षा प्रणाली की सफलता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान ने हमारे हवाई क्षेत्रों पर बार-बार हमले करने की कोशिश की, लेकिन हमारी मजबूत वायु रक्षा प्रणाली के सामने वे असफल रहे। हमारी सीमा सुरक्षा बलों ने भी बहादुरी से योगदान दिया। उनके काउंटर अलार्म सिस्टम ने हमारी रक्षा प्रणाली को और मजबूत किया।”
भारत के पुराने हथियारों ने भी इस संघर्ष में शानदार प्रदर्शन किया। आकाश मिसाइल सिस्टम ने पाकिस्तान के ड्रोन्स को नष्ट किया, जबकि लेजर गन ने पाकिस्तानी ड्रोन्स और पीएल-15 मिसाइलों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। डीजी एयर ऑपरेशंस एके भारती ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत किए गए संयुक्त सैन्य अभियान की जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया, “हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ है, न कि पाकिस्तानी सेना के साथ। लेकिन जब पाकिस्तान ने आतंकियों का साथ दिया, तो उनका जो नुकसान हुआ, उसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार हैं।”