रायपुर। राजधानी रायपुर में रविवार को बीएड–डीएड डिग्रीधारियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है। डिग्रीधारियों की मांग है कि भाजपा के नेताओं ने सरकार बनने से पहले 57 हजार शिक्षकों की भर्ती का वादा किया था। लेकिन सरकार बनने के 2 साल बाद भी वादा पूरा नहीं हुआ है। हमारी सरकार से मांग है कि यदि 57 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो हम अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे। (Aandolan ki Khabar)
अभ्यर्थियों के मुताबिक 2023 विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि प्रदेश में 57 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके बाद विधानसभा में भी तत्कालीन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने 33 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
अभ्यर्थी अमन यादव ने बताया कि सरकार को चेतावनी है कि उन्होंने जो चुनाव के पूर्व 57000 पदों पर शिक्षकों की भर्ती का वादा किया था। उसे सरकार जल्द से जल्द पूरा करे। 16 महीने सरकार को पूरा हो चुके हैं 2 साल पूरे होने वाले हैं। लेकिन, एक भी पदों पर उन्होंने भर्ती नहीं की है। व्यापम के नए कैलेंडर में भी शिक्षक भर्ती का कहीं कोई जिक्र नहीं है। जिससे हम लाखों बीएड बीएड अभ्यर्थी हताश है। यह सरकार युक्तिकरण के नाम पर 4000 से ज्यादा स्कूलों को बंद कर रही है और एक भी पदों पर भर्ती नहीं कर रही है। हम इससे बहुत ज्यादा चिंतित हैं। यदि सरकार अपनी गारंटी पूरी नहीं करती तो हम 1 जून से अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे।
एक अभ्यर्थी ने कहा कि जब भाजपा की सरकार थी सप्ताह में आने वाली थी तो उन्होंने 57000 पदों पर भर्ती की बात कही थी। लेकिन, वह पद में भी आ गए हैं। आने के बाद भी शिक्षक भर्ती के नाम पर कुछ नहीं है। सिर्फ वह जुमला दिखा रहे हैं। नौजवान को बेवकूफ बना रहे हैं। हम आने वाले दिनों में ज्यादा संख्या में हम अपने साथ पेरेंट्स को भी लेकर आएंगे। जो 1000 रुपए महतारी वंदन योजना के तहत दे रहे हैं। वो आम जनता के पैसे से लेकर उन्हीं को दे रहे हैं। अब हम अपनी मम्मी पापा को लेकर आएंगे और सड़क पर उतरेंगे। मैं खुद एक स्कूल में पढ़ती हूं, मुझे एक हजार रुपए मिलता है। मैने डेढ़ लाख रुपए बीएड में खर्चा की हूं। सरकार आंख मूंद कर बैठी हुई है।
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