द लेंस डेस्क। भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे सैन्य टकराव के साथ ही सोशल मीडिया पर फेक न्यूज और प्रोपेगेंडा की बाढ़ सी आ गई। इस सूचना युद्ध में एक नाम बार-बार उभरकर सामने आया, मोहम्मद जुबैर (Mohammad Zubair)। ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक और फैक्ट-चेकर, जो अपनी तेजी और सटीकता के साथ फर्जी खबरों की पोल खोलने के लिए जाने जाते हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत और पाकिस्तान में चल रहे प्रोपेगेंडा को ध्वस्त करने में जुबैर ने अहम भूमिका निभाई।
मोहम्मद जुबैर का फैक्ट-चेकिंग का तरीका तकनीक, अनुभव और गहरी पड़ताल पर आधारित है। वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे एक्स, फेसबुक पर वायरल हो रहे वीडियो, तस्वीरें और दावों की जांच करते हैं और सच सामने लाते हैं। रिवर्स इमेज सर्च, वीडियो कीफ्रेम एनालिसिस और विश्वसनीय स्रोतों से क्रॉस-वेरिफिकेशन उनकी रणनीति का हिस्सा हैं।
जुबैर पुरानी तस्वीरों, एआई-जनरेटेड कंटेंट और गलत संदर्भ में पेश किए गए वीडियो को पकड़ते हैं। वे प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) और भारतीय सेना जैसे आधिकारिक स्रोतों से जानकारी की पुष्टि करते हैं और फिर एक्स पर तुरंत फैक्ट-चेक पोस्ट शेयर कर लोगों को जागरूक करते हैं। उनकी तेजी ऐसी है कि 7 मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद 12 घंटों में उन्होंने 200 से ज्यादा फर्जी दावों की पोल खोल कर रख दी।
भ्रमक खबरें, जुबैर ने बताया सच

जम्मू एयरपोर्ट पर हमले का दावा: पाकिस्तानी हैंडल्स ने काबुल एयरपोर्ट पर 2021 के धमाके की तस्वीरें शेयर कर दावा किया कि जम्मू एयरपोर्ट पर हमला हुआ। जुबैर ने रिवर्स इमेज सर्च से तस्वीरों की सच्चाई उजागर की और PIB के फैक्ट-चेक का हवाला देकर इसे फर्जी साबित किया।
सियालकोट में हमले का दावा: भारत के तमाम शोसल मीडिया एक वायरल वीडियो में दावा किया गया था कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के सियालकोट में हमला किया, लेकिन फैक्ट-चेक में पाया गया कि यह वीडियो गाजा में इजरायली बमबारी का था, जिसे 9 नवंबर 2023 को अल जजीरा और कुद्स न्यूज़ नेटवर्क ने शेयर किया था।
सुखोई SU-30MKI क्रैश की फर्जी खबर: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में भारत के सुखोई जेट क्रैश होने की खबर वायरल हुई। जुबैर ने बताया कि इसके साथ शेयर की गई तस्वीरें 11 साल पुरानी हैं और दावे को खारिज किया।
20 राज बटालियन पर हमले का वीडियो: पाकिस्तानी सोशल मीडिया हैंडल्स ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें दावा किया गया कि भारतीय सेना की ’20 राज बटालियन’ की पोस्ट नष्ट हो गई। जुबैर ने खुलासा किया कि भारतीय सेना में ऐसी कोई यूनिट ही नहीं है और वीडियो पूरी तरह फर्जी था।
भारतीय सैनिकों को POW बनाए जाने का दावा: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि भारत के कई सैनिकों को ‘प्रिजनर ऑफ वॉर’ बनाया गया। जुबैर ने तुरंत इसकी पड़ताल की और बताया कि आसिफ ने कुछ घंटों बाद खुद अपने बयान से पलटी मार ली। कोई सबूत न होने से यह दावा झूठा साबित हुआ।
गुजरात के हजीरा पोर्ट पर मिसाइल हमले की अफवाह: पाकिस्तानी हैंडल्स ने 2020 के बेरूत विस्फोट का वीडियो शेयर कर दावा किया कि पाकिस्तान ने गुजरात के हजीरा पोर्ट पर हमला किया। जुबैर ने फैक्ट-चेक के साथ इसे फर्जी साबित किया और बताया कि वीडियो का भारत से कोई लेना-देना नहीं था।
पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा को किया ध्वस्त

पाकिस्तानी सोशल मीडिया हैंडल्स और मीडिया चैनल्स ने पुरानी तस्वीरों, वीडियो गेम क्लिप्स, और एआई-जनरेटेड कंटेंट का सहारा लेकर भारत के खिलाफ झूठ फैलाने की कोशिश की। एक वीडियो में दावा किया गया कि पाकिस्तान ने भारत के दो फाइटर जेट्स मार गिराए, लेकिन जुबैर ने बताया कि यह दावा बेबुनियाद था और कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं थी।
इसके अलावा जलती इमारतों और रोते बच्चों की तस्वीरें, जो यमन, गाजा या सीरिया की थीं, पाकिस्तानी हैंडल्स ने भारत पर हमले के सबूत के तौर पर शेयर कीं। जुबैर ने इनकी रिवर्स सर्च से सच्चाई सामने लाई और लोगों से केवल सरकारी स्रोतों पर भरोसा करने की अपील की।