नई दिल्ली। शनिवार शाम 5 बजे भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर (ceasefire) लागू होने के मात्र तीन घंटे बाद पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन शुरू कर दिया। एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्उपर फायरिंग हो रही है। बीएसएफ पाकिस्तान की ओर से आने वाले फायरिंग का जवाब दे रही है। दूसरी तरफ पाकिस्तान में भी एक बड़ा धमाका हुआ है। पीओके में भी धमाकों की आवाज आ रही है। पीओके के भिंबर में धमाकों के बाद गोलीबारी हुई है। करीब डेढ़ घंटे बाद फायरिंग बंद हो गई।
विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने रात करीब पौने 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस ली। उन्होंने पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर के उल्लंंघन की बात कही।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले सेना का बयान आया था है कि एलओसी पर अब कोई फायरिंग नहीं हो रही है। ड्रोन आए थे, लेकिन अब वापस चले गए हैं। विदेश सचिव ने कहा कि सेना को आदेश दिया है कि वो ठोस और सख्त कदम उठाएं। हम यही कहेंगे कि पाकिस्तान स्थिति का समझे। महानिदेशक सैन्य ऑपरेशन (DGMO) स्तर की हुई बातचीत को पाकिस्तान गंभीरता से नहीं लिया गया है। पाकिस्तान हालात की गंभीरता को समझे। उसने समझौते का उल्लंंघन किया है। सेना पाकिस्तान की तरफ से हो रहे हमलों का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। सीजफायर तोड़ने के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है। पाक अतिक्रमण रोकने के लिए सेना को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। सेना अपना काम करेगी।
बॉर्डर इलाकों से मिली जानकारी के अनुसार रात 8 बजे से जम्मू-कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों अखनूर, पुंछ, नौशेरा, श्रीनगर, आरएसपुरा, सांबा और उधमपुर में पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी शुरू हो गई। राजौरी में तोपों और मोर्टार से शेलिंग की खबरें हैं, जबकि उधमपुर में ड्रोन हमला हुआ। कच्छ में भी पाकिस्तानी ड्रोन दिखाई देने की खबरे हैं। कश्मीर के अलावा पंजाब, राजस्थान और कच्छ के बॉर्डर इलाकों में ड्रोन उड़ते दिखाई दिए। इन राज्यों के कई शहरों में ब्लैक आउट कर दिया गया है।
रात करीब सवा 8 बजे जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “यह कैसा सीजफायर है? श्रीनगर में धमाकों की आवाजें गूंज रही हैं।” उमर ने एक्स पर लगातार दो पोस्ट किए, जिसमें ड्रोन हमलों का जिक्र किया। श्रीनगर, वैष्णोदेवी और कारगिल में ब्लैक आउट कर दिया गया है। यहां हमले नाकाम किए गए हैं।
जैसलमेर में 6 धमाकों की आवाज सुने गए
इस बीच जैसलमेर में एक फिर से धमाके सुनाई दिए हैं। जैसलमेर में एक बार फिर ब्लैकआउट कर दिया गया है। फिर सायरन बजाया गया है। मिलिट्री कैंप के पास ये धमाके सुनाई दिए हैं। इसे ड्र्रोन हमला बताया जा रहा है। इससे पहले भी इलाके में इन इलाकों में लगातार दो दिनों से ड्रोन अटैक होते रहे हैं। इसके अलावा मिसाइल से भी हमला किया गया था। इसके अलावा जम्मू में सेना के कैंप के पास गोली बारी में एक जवान घायल हो गए हैं।
अमरीकी ऐलान के बाद हुआ था भारत-पाक के बीच सीजफायर
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर अमरीका के राष्ट्रपति ट्रंप ने इसका ऐलान कर दिया था। ट्रंप के ऐलान के बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि कर दी है। पाकिस्तान की तरफ से उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भी इस बात की घोषणा की है। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए। इससे पहले बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि उनकी मध्यस्थता से दोनों देश तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। ट्रंप ने कहा कि लंबी बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान ने समझदारी भरा फैसला लिया है, जिसके लिए वह दोनों देशों को बधाई देते हैं।
सिविल डिफेंस के डीजी काे अलर्ट, बॉर्डर के मुख्य सचिवों से चर्चा
इस बीच विदेश मंत्रालय और सेना की तरफ से सिविल डिफेंस के डीजी को अलर्ट कर दिया गया है। सिविल डिफेंस के डीजी के निर्देशन में ही देशभर में मॉक ड्रिल किए जा रहे थे। अब एक बार फिर सिविल डिफेंस को एक्टिव कर दिया गया है। इसके अलावा केन्द्रीय गृृह सचिव ने बॉर्डर के राज्यों के मुख्य सचिवों से बात की गई है। उन्हें भी अलर्ट रहने को कहा गया है और हर आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
सीजफायर से पहले गोलीबारी में BSF का एक जवान शहीद
शनिवार को जम्मू के अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में पाकिस्तानी फायरिंग में सीमा सुरक्षा बल (BSF) का एक जवान शहीद हो गया, जबकि सात अन्य घायल हो गए। BSF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज ने अग्रिम मोर्चे पर थे, तभी मोर्चे में लड़ते हुए उन्हें गोली लगी और वे शहीद हो गए।
सिंधू जल समझौते पर रोक जारी रहेगी
भारत-पाक के सैन्य अभियानों में भले ही सीजफायर हो गया है, लेकिन पाकिस्तान पर भारत की तरफ से लगाई गई रोक जारी रहेगी। विदेश मंत्रालय के सूत्र के अनुसार यह दावा किया गया है। इसमें सिंधू जल समझौता के स्थगन का मामला हो या फिर वीजा पर रोक का, सभी तरह से लगाई गई रोक जारी रहेगी। इसके अलावा व्यापारिक संबंध बहाल नहीं होगा। राजनयिक स्तर पर भी यथास्थिति बनी रहेगी। जिन डिप्लोमैट्स को वापस पाकिस्तान भेजा गया था, उन्हें वापस नहीं बुलाया जाएगा। पाकिस्तान पर आर्थिक प्रतिबंध जारी रहेंगे। भारत के बंदरगाहों पर पाकिस्तान के मालवाहक जहाज नहीं आ सकेंगे।
भारत युद्ध नहीं, आतंकियों को सबक सिखाना चाहता था: थरूर
शशि थरूर ने कहा कि शांति जरूरी है। मैं बहुत खुश हूं। भारत कभी भी लंबे समय तक युद्ध नहीं चाहता। भारत चाहता था कि आतंकियों को सबक सिखाया जाए और हमने सबक सिखा दिया। कांग्रेस के जयराम रमेश ने कहा कि वाशिंगटन डीसी से आई अभूतपूर्व घोषणाओं के संदर्भ में अब यह राष्ट्रीय आवश्यकता बन गई है कि प्रधानमंत्री एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करें और संसद का विशेष सत्र बुलाएं।
हमने जिम्मेदारी से काम किया, पाक ने झूठ बोला : रक्षा मंत्रालय
रक्षा मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि दोनों देशों में सीजफायर पर सहमति बनी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस को कमाडोर रवि नायर ने लीड किया। सबसे पहले उन्होंने कहा कि हमने जिम्मेदारी से काम किया है। पाकिस्तान की किसी भी हिमाकत को ताकत से जवाब दिया चुका है, आगे भी तनाव बढ़ाने की कोशिश की तो उन्हें निर्णायक जवाब दिया जाएगा। इसके बाद कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि हमारे हमले में पाकिस्तान को बहुत नुकसान हुआ है। पाकिस्तान ने इस पूरे ऑपरेशन के दौरान कई बार झूठ बोला है। उनका कहना है कि हमारी एयरफील्ड सिरसा, जम्मू, पठानकोट और भुज में हमला किया है, ये पूरी तरह गलत है। पाकिस्तान की तरफ से कहा गया कि भारत ने मस्जिदों को नुकसान पहुंचाया, लेकिन ये गलत है। हमने किसी भी मस्जिद को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि हमारे सैन्य ठिकाने सुरक्षित हैं। हमने पाकिस्तान के कई एयरबेस को नुकसान पहुंचाया है। हमने पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली को ध्वस्त किया है। हमने एयर डिफेंस सिस्टम, रडार सिस्टम को बेकार कर दिया। एलओसी के पास पाकिस्तान की आक्रामक रक्षात्मक क्षमता को पूरी तरह तबाह कर दिया। भारत की सेना अपनी रक्षा में पूरी तरह सक्षम है। एस 400 को नुकसान की खबर भी पूरी तरह गलत है। इस बात को दोहराना चाहूंगी कि भारतीय सेना भारत की संंप्रभुता की रक्षा के लिए तैयार है।
सैन्य कार्रवाई रोकी, आतंक के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इसका ऐलान किया। भारत पाकिस्तान ने आज गोलाबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमत हुए। भारत ने हर तरफ के आतंकवाद के खिलाफ अडिग रूप अपनाया है। यह आगे भी जारी रहेगा।
पीएम से मिलने पहुंचे एनएसए डोभाल
सीजफायर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल पहुंचे। सीजफायर पर एनएसए पीएम मोदी काे ब्रीफ करेंगे। बता दें कि इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के एनएसए ने भारत के एनएसए से बात करने की काेशिश की थी। लेकिन, दोनों के बीच चर्चा नहीं हो सकी। अब पूरे ऑपरेशन और चर्चा की डिटेल पीएम मोदी को एनएसए देंगे। एनएसए के साथ ही सीडीएस और तीनों सेेेनाओं के चीफ भी पीएम से मिलने पहुंचे हैंं।
12 मई को डीजीएमओ की होने वाली थी बैठक
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए। विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने बयान पढ़कर बताया कि आज अपराह्न 3:35 बजे पाकिस्तान के महानिदेशक सैन्य ऑपरेशन (डीजीएमओ) ने भारत के डीजीएमओ से फोन पर बात की। यह अच्छी बात है कि दोनों पक्ष आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में चल रहे सैन्य ऑपरेशन आज शाम पांच बजे से पूरी तरह बंद कर देंगे। इस संबंध में दोनों पक्षों के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। शाम 5 बजे से फायरिंग और सैन्य ऑपरेशन बंद कर दिए गए हैं। 12 मई को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ दोबारा बात करेंगे।
आतंकी हमले को युद्ध के तौर पर देखा जाएगा : भारत
इससे पहले भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को साफ चेतावनी दी थी। सरकार ने कहा कि भारत की धरती पर कोई भी आतंकी हमला अब युद्ध के तौर पर देखा जाएगा और इसका जवाब उसी स्तर पर दिया जाएगा। उच्च सरकारी सूत्रों के अनुसार, भविष्य में किसी भी आतंकवादी गतिविधि को भारत के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। यह फैसला हाल ही में 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद लिया गया, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन टीआरएफ ने 26 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की नृशंस हत्या कर दी थी। इस हमले ने पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ा दी थी, जिसके बाद भारत ने अपनी नीति को और सख्त करने का निर्णय लिया। सरकार ने स्पष्ट किया है कि यदि पाकिस्तान की ओर से किसी भी तरह का आतंकी हमला भारत में होता है, तो उसे युद्ध की तरह लिया जाएगा और उसका जवाब उसी भाषा में दिया जाएगा। यह कदम भारत की ओर से अपनी सुरक्षा और संप्रभुता को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाता है।