नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देने के लिए गुरुवार को सर्वदलीय बैठक (All party meeting on Operation Sindoor) बुलाई गई। बैठक में सभी दलों ने आतंकवाद के खिलाफ की गई कार्रवाई का समर्थन किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद नहीं रहे, यह दूसरा मौका जब ऐसा हुआ है। ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी फेक न्यूज का मामला बैठक में जोर-शोर से उठा। सरकार ने इस पर कहा कि यह हमारी नजर में है और हम इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “यह एक बड़ा ऑपरेशन है, जो हमारी सेना द्वारा किया जा रहा है। ऑपरेशन अभी भी जारी है। हमें प्रधानमंत्री द्वारा सभी राजनीतिक दलों को स्थिति से अवगत कराने का निर्देश मिला है। देश पूरी तरह से सेना के साथ है और सरकार के तौर पर यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम पूरी पारदर्शिता बरतें।”
उन्होंने बाताया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इस एयरस्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित मुख्यालय और लश्कर-ए-तैयबा के मुरीदके स्थित अड्डे को भी नष्ट कर दिया गया। भारतीय सेना की इस कार्रवाई में लगभग 100 आतंकियों को मारा गया है।
रिजिजू ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सभी राजनीतिक दलों को जानकारी दी। उन्होंने सभी नेताओं का समर्थन के लिए आभार जताया और बताया कि बैठक बेहद सकारात्मक रही। सभी दल एकमत होकर बैठक से बाहर आए।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देशहित से जुड़ी कई बातें हुईं, जिनमें से कई गोपनीय हैं, जिन्हें सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, “हमने साफ कहा कि इस संकट की घड़ी में हम सरकार के साथ हैं।” खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में गैरमौजूदगी पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी ऐसी बैठकों में मोदी अनुपस्थित रहे हैं। राहुल गांधी ने भी खड़गे की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि कई गोपनीय बातें बताई नहीं जा सकतीं।
भटिंडा में गिरे वायुसेना के विमान को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जिस तरह अंतरराष्ट्रीय मीडिया राफेल के गिरने की बात कह रहा है, उस पर सेना को स्पष्टीकरण देना चाहिए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैंने ऑपरेशन सिंदूर के लिए हमारे सशस्त्र बलों और सरकार की सराहना की है, यह भी सुझाव दिया कि हमें द रेजिस्टेंस फ्रंट के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय अभियान चलाना चाहिए, हमें एफएटीएफ में पाकिस्तान को ग्रे-लिस्ट में डाले जाने का भी प्रयास करना चाहिए।
आप सांसद संजय सिंह ने बैठक से पहले कहा, “यह वक्त राजनीति का नहीं बल्कि एकजुटता दिखाने का है। सभी पार्टियों को ऑपरेशन की जानकारी दी जाएगी। भारतीय सेना ने जिस साहस से पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह किया है, उस पर पूरे देश को गर्व है।”
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