रायपुर। छत्तीसगढ़ में एमबीबीएस, पीजी और सुपरस्पेशलिटी डॉक्टरों (Doctors Demand) की समस्याओं को लेकर डॉ. शिवम पांडे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह से मुलाकात की। डॉक्टरों ने डॉ. सिंह को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया गया है।
डॉक्टरों की प्रमुख मांगों में बॉन्ड पोस्टिंग में विशेषज्ञता के अनुरूप पदस्थापना शामिल है। पीजी डॉक्टर्स को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टिंग देने की बजाय जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में प्राथमिकता दी जाए। इससे उनकी विशेषज्ञता का उपयोग हो सकेगा।
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डॉक्टरों ने बॉन्ड की संपत्ति गिरवी रखने की बाध्यता को हटाने की भी मांग की है। डॉक्टर्स से 25-50 लाख की संपत्ति गिरवी रखने की शर्त को समाप्त करने की मांग की गई है। इससे मिडिल क्लास परिवार के डॉक्टर्स को उच्च शिक्षा से वंचित नहीं होना पड़ेगा। इसके अलावा लंबित बॉन्ड पोस्टिंग जल्द शुरू की जाए। जनवरी 2025 में पीजी परीक्षा पास कर चुके डॉक्टर्स अभी तक बॉन्ड पोस्टिंग के इंतजार में खाली बैठे हैं। इसके अलावा बॉन्ड की अवधि में संशोधन किया जाए और 4 की जगह 1-1 वर्ष का बॉन्ड किए जाने की मांग की गई है।
सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के लिए कैडर का निर्माण किया जाए। प्रदेश में सुपरस्पेशलिटी कैडर का गठन किया जाए। साथ ही MCH रेसिडेंट्स के स्टाइपेंड और नियमित सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टरों के वेतन में वृद्धि की जाए, ताकि योग्य डॉक्टर राज्य की सेवा में रुचि लें।