तिरुवनंतपुरम। (Vizhinjam International Port) केरल के विझिनजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और शशि थरूर के बीच कथित तल्खी पर तंज कसा। मंच पर शशि थरूर और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की मौजूदगी में पीएम ने कहा, “आज का यह आयोजन कई लोगों की नींद उड़ा देगा। मैसेज जहां जाना था, वहां पहुंच गया।” इस दौरान पीएम की टिप्पणी पर थरूर और विजयन दोनों मुस्कुराते नजर आए।
इससे पहले शशि थरूर ने शोसल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “दिल्ली हवाई अड्डे पर देरी के बावजूद, मैं समय पर तिरुवनंतपुरम पहुंच गया ताकि अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत कर सकूं। मैं विज़िनजम बंदरगाह के आधिकारिक उद्घाटन का इंतज़ार कर रहा हूं, यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है जिसमें मैं शुरू से शामिल रहा हूं और मुझे इस पर गर्व है।“
पीएम ने उद्योगपति गौतम अडानी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “मैंने पोर्ट देखा, अडानी ने केरल में शानदार काम किया। गुजरात में 30 साल से काम कर रहे हैं, लेकिन ऐसा पोर्ट नहीं बनाया। गुजरात के लोग अब उनसे नाराज होंगे।” इस टिप्पणी पर अडानी और पीएम एक बार फिर मुस्कुराते दिखे।
कार्यक्रम में पीएम ने विझिनजम पोर्ट को दक्षिण भारत के लिए गेम-चेंजर बताया और इसे भारत की समुद्री ताकत बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम करार दिया। विझिनजम बंदरगाह 8,900 करोड़ रुपये की लागत से बना भारत का पहला समर्पित डीप-वाटर ट्रांसशिपमेंट हब है, जिसे अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत विकसित किया है।
उद्घाटन समारोह में अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने प्रधानमंत्री मोदी को सम्मानित किया। हालांकि, विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने समारोह में देर से निमंत्रण मिलने का हवाला देते हुए भाग नहीं लिया। इस आयोजन में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन मौजूद थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बंदरगाह को “नवयुग के विकास का प्रतीक” करार देते हुए कहा कि यह केरल और देश के लिए आर्थिक स्थिरता लाएगा। उन्होंने बताया कि विझिनजम बंदरगाह भारत के समुद्री बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण प्रगति है, जो वैश्विक व्यापार में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा। यह बंदरगाह दक्षिण एशिया में कोलंबो और दुबई जैसे प्रमुख बंदरगाहों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता रखता है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इसे राज्य द्वारा किसी बंदरगाह परियोजना में किया गया सबसे बड़ा निवेश बताया, जिसमें कुल लागत का दो-तिहाई हिस्सा केरल सरकार ने वहन किया है। उन्होंने कहा, “यह केवल एक बंदरगाह नहीं है, बल्कि भारत के समुद्री व्यापार में एक नई शुरुआत है।”
Vizhinjam International Port की विशेषताएं
विझिनजम भारत का पहला ऐसा ट्रांसशिपमेंट बंदरगाह है, जो अब तक श्रीलंका के कोलंबो बंदरगाह के माध्यम से संचालित होने वाले भारत के 75% ट्रांसशिपमेंट कंटेनरों को देश में वापस लाएगा। यह अर्ध-स्वचालित बंदरगाह है, जिसमें रिमोट-नियंत्रित क्वे क्रेन और AI-संचालित वेसल ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग किया गया है।
क्षमता: पहले चरण में बंदरगाह प्रतिवर्ष 15 लाख TEU (ट्वेंटी-फुट इक्विवेलेंट यूनिट) कंटेनरों को संभाल सकता है। दूसरा चरण, जो 2028 तक पूरा होगा, इसकी क्षमता को 30 लाख TEU तक बढ़ा देगा।
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