रायपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मियों ने एक दिवसीय धरना– प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में 6 हजार से ज्यादा कर्मचारी इस आंदोलन में शामिल होने पहुंचे। सरकार से NHM कर्मचारियों ने नियमितीकरण के साथ कुल 18 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदर्शन (NHM Protest) किया है। स्वास्थ्य विभाग के भवन का घेराव करने निकले कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल ने विभागीय अधिकारियों ने मुलाकात की है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक ने कर्मचारियों को 1 महीने में निराकरण करने का आश्वासन दिया है।
द लेंस से बातचीत करते हुए राष्टीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरि ने कहा कि हम लंबे समय से आंदोलन कर रहें हैं। 2018 में भी हमसे नियमितीकरण का वादा किया गया था लेकिन सरकार ने हमारा वादा पूरा नहीं किया। 2023 में भाजपा के नेताओं ने भी हमारे मंच पर आकर सौ दिनों में नियमितीकरण करने का वादा किया था। सरकार बनने के बाद उस वादे को पूरा नहीं किया गया। हम स्वास्य भवन का घेराव कर सरकार का अपनी ओर ध्यानाकर्षण करेंगे।
NHM की महिला कर्मचारी ने कहा कि मैं अपने घर में अकेले कमाने वाली हूं। हमें दो महीने से वेतन नहीं मिला है, साथ ही सरकार ने जो वादा हमसे किया था वो वादा भी पूरा नहीं किया है। बिना वेतनके हम दो महीने से काम कर रहें हैं। नौकरी होने के बावजूद हमें खाने के सामान के लिए उधार लेना पड़ रहा है। बच्चों की फीस भरने के लिए भी पैसे नहीं होते। स्कूल से भी धमकियां आती हैं कि फीस नहीं भरोगे तो बच्चे को स्कूल से निकाल दिया जाएगा। हर बार इसी तरह हमें वेतन विसंगति का सामना करना पड़ता है।
NHM के कर्मचारी रमेश ने कहा कि सरकार अपने वादे से मुकर रही है। सरकार ने जो वादा किया था अब उस पर कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा। मेरे घर में बूढ़े माता– पिता हैं जिनका समय– समय पर इलाज कराना पड़ता है। लेकिन, पेमेंट नहीं मिलने से उनके इलाज में भी समस्या आ रही है। सरकार ने हमसे नियमितीकरण करने का वादा किया था लेकिन अब वो वादा पूरा नहीं। कर रही है।