नई दिल्ली। (Inhuman torture in Israeli prison) फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए काम कर रहे संयुक्त राष्ट्र एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए ने कहा है कि गाजा में उसके 50 से अधिक कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया। उन्हें इजरायली सैन्य हिरासत में मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया गया।
यह सनसनीखेज खुलासा करते हुए संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता और विकास सेवा ने कहा है कि अक्टूबर 2023 में युद्ध शुरू होने के बाद से लेकर अब तक इजरायल ने शिक्षकों, डॉक्टरों, सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित 50 से अधिक यूएनआरडब्ल्यूए कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया है।
Inhuman torture in Israeli prison: यूएनआरडब्ल्यूए प्रमुख ने क्या कहा
(Inhuman torture in Israeli prison) यूएनआरडब्ल्यूए प्रमुख फिलिप लाजारिनी ने कहा है “हमारे लोगों के साथ सबसे ज़्यादा चौंकाने वाला और अमानवीय व्यवहार किया गया है। उन्होंने बताया कि उन्हें पीटा गया और मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया गया।” लाजारिनी ने एक कर्मचारी की गवाही का हवाला दिया जिसे रिहा होने से पहले इजरायली सेना ने हिरासत में लिया था। स्टाफ सदस्य ने कहा, “मैं चाहता था कि मौत इस दुःस्वप्न को समाप्त कर दे, जिससे मैं गुजर रहा था।”
लाजारिनी ने कहा है “एक सहकर्मी से यह भयानक गवाही मिली, जिसे गाजा में घेर लिया गया था, इजरायली हिरासत में रहने के दौरान उसे प्रताड़ित किया गया और अंत में रिहा कर दिया गया।”
लाजारिनी ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों को “नींद से वंचित किया गया, अपमानित किया गया, उन्हें और उनके परिवारों को नुकसान पहुंचाने की धमकियां दी गईं और कुत्तों द्वारा हमला किया गया। कई लोगों से जबरन गुनाह का कबूल करवाया गया। यह दुखद और अपमानजनक है।”
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