Congress Internal Politics: जैसी आशंका थी अहमदाबाद अधिवेशन के बाद कांग्रेस पार्टी ने बड़े पैमाने पर सफाई अभियान शुरू कर दिया है। लालू प्रसाद यादव के समधी और हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव को ओबीसी विभाग के प्रमुख पद से हटाकर उनकी जगह अनिल जयहिंद को बैठा दिया है। वहीं पंजाब कांग्रेस के सचिव पद से अपने तेज तर्रार प्रवक्ता आलोक शर्मा को हटाकर समर्थकों को हैरान किया है। इस बीच पंजाब कांग्रेस छोड़कर गए पूर्व विधायक दलबीर गोल्डी की पार्टी के महासचिव भूपेश बघेल की उपस्थिति में घर वापसी हुई है।
प्रदेश अध्यक्ष के साथ तनातनी
पंजाब कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा को हटाए जाने के पीछे की वजहों को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार प्रदेश अध्यक्ष राजा वारिंग और राहुल गांधी के बीच अहमदाबाद अधिवेशन में हुई बातचीत के बाद ही आलोक शर्मा को हटाने का निर्णय लिया गया था। आलोक पर आरोप था कि वह अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर पंजाब कांग्रेस में तमाम निर्णय ले रहे हैं, जिससे पार्टी के संचालन में मुश्किल आ रही है। आलोक शर्मा की सचिव पद पर नियुक्ति पिछले साल अगस्त माह में हुई थी लेकिन एक साल से कम समय में उन्हें पद से हटाना पड़ा।
पहले भी हो चुकी है शर्मा के खिलाफ कार्रवाई
ऐसा नहीं है कि आलोक शर्मा के खिलाफ ऐसी कार्रवाई पहली बार की गई है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद बाद जब उन्होंने हार का ठीकरा कमलनाथ पर फोड़ दिया तो भी उन्हें पार्टी ने कारण बताओ नोटिस थमा दिया था। आलोक शर्मा ने पद से हटाए जाने के बाद सोशल मीडिया पर एक शेर शेयर किया है…
Congress Internal Politics: अजय यादव को नहीं मिला था टिकट
जहां तक ओबीसी विभाग के पूर्व प्रमुख कैप्टन अजय सिंह यादव को हटाए जाने का निर्णय है, इसकी सुगबुगाहट तभी लग गई थी जब लालू प्रसाद यादव जी के समधी जी को तमाम जोर लगाने के बावजूद लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया गया था।
राहुल ने पहले दे दी थी चेतावनी
लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम से टिकट नहीं मिलने और फिर हरियाणा विधानसभा चुनाव में कथित उपेक्षा से नाराज चल रहे अजय यादव ने राहुल गांधी की मुलाकात की थी। मुलाकात में राहुल गांधी ने उनकी गतिविधियों पर सवाल उठाए थे। इस बात से आहत कैप्टन अजय यादव ने कुछ घंटों बाद पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और सोशल मीडिया पर इशारों में राहुल गांधी पर निशाना भी साधा था। हालांकि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया।
प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे चुके थे कैप्टन
Congress Internal Politics: लगातार 6 बार हार का सामना कर चुके यादव तमाम तरीकों से पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें इलेक्शन कमेटी से इस्तीफा दे दिया था फिर भी कांग्रेस पार्टी ने उनके बेटे चिरंजीव को विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था जिसमें उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। बताया जाता है कि अजय यादव को हटाने से पहले कांग्रेस ने लालू प्रसाद यादव से सहमति ले ली है।
सोशल मीडिया पर बमचक
इस बड़े फेरबदल के बाद कांग्रेस के भीतर की कलह खुलकर सामने आ गए हैं। आलोक शर्मा और अजय यादव को हटाए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर और कांग्रेस के नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने आलोक शर्मा को हटाए जाने पर अफसोस जताया है। तमाम नेता कह रहे हैं कि अपमानित करके हत्याएं जाने से बेहतर होता की इस्तीफा मांग लिया जाता। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में कांग्रेस का यह सफाई अभियान और विस्तार लेगा।
यह भी पढ़ें : सरदार पटेल के गुजरात से संघ, कॉर्पोरेट, ईवीएम पर कांग्रेस का बड़ा हमला
अब किसके सिर पर गिरेगी गाज
Congress Internal Politics: नहीं भूला जाना चाहिए कि अधिवेशन से पहले राहुल गांधी ने पिछले महीने की अपनी गुजरात यात्रा में कहा था कि “पार्टी में दो तरह के नेता हैं। एक वे जो लड़ते हैं और दूसरे वे जो लोगों से कोई जुड़ाव नहीं रखते और बीजेपी से संबंध बनाए रखते हैं।” उन्होंने आगे कहा था कि “अगर हमें बीजेपी के लिए गुप्त रूप से काम करने वाले 10, 15, 20 या 40 लोगों को भी हटाना पड़े तो ऐसा ही करें।” अब इसकी शुरुआत हो चुकी है। माना जा रहा है कि अगले क्रम में कई प्रदेश अध्यक्षों पर गाज गिर सकती है।