द लेंस डेस्क। तृणमूल कांग्रेस के दो सांसदों कल्याण बनर्जी और कीर्ति आज़ाद के बीच बहस हुई है। ये मामला भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने उठाया है। मालवीय ने बताया कि 4 अप्रैल को चुनाव आयोग के मुख्यालय पर इन दोनों के बीच झगड़ा हो गया था। उन्होंने ये भी कहा कि इस झगड़े की आंच पार्टी के एक वॉट्सऐप ग्रुप तक भी पहुंच गई। उन्होंने एक बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला का ज़िक्र किया, जिससे यह मामला और भी बढ़ गया।
अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के दोनों सांसद ईसीआई ECI ऑफिस में एक ज्ञापन देने गए हुए थे। वहां उनके बीच ज़ोरदार बहस हो गई। उनके अनुसार, पार्टी ने अपने सांसदों को कहा था कि वे संसद भवन में इकट्ठा होकर ज्ञापन पर साइन करें। फिर ईसी चुनाव आयोग के मुख्यालय जाएं। लेकिन जिस सांसद के पास ज्ञापन था, वह संसद भवन नहीं गए और सीधे ईसी चुनाव आयोग के मुख्यालय चले गए।
पुलिस ने शांत कराया झगड़ा
मालवीय ने बताया सीधे चुनाव आयोग के मुख्यालय जाने पर दूसरे सांसद नाराज़ हो गए। इसी वजह से दोनों के बीच काफी जोर से बहस हुई। बात इतनी बढ़ गई कि पुलिस को बीच-बचाव करने के लिए आना पड़ा। मालवीय ने यह भी कहा कि यह मामला पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक पहुंचा। इसके बाद उन्होंने दोनों सांसदों को शांत रहने के लिए कहा।
वॉट्सऐप ग्रुप पर भी हुई बहस

मालवीय ने कुछ स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं। ये स्क्रीनशॉट ‘एआईटीसी एमपी 2024’ नाम के वॉट्सऐप ग्रुप के बताए जा रहे हैं। इनमें दिख रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और एक-दूसरे का पक्ष ले रहे हैं। बीजेपी के अमित मालवीय ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी और कीर्ति आजाद के बीच वॉट्सऐप पर हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं। इससे पता चलता है कि उनके बीच का झगड़ा अब व्यक्तिगत हो गया है।
क्या बोले कीर्ति आजाद
कीर्ति आज़ाद ने जवाब में कहा, ‘आराम से कल्याण। तुमने कुछ ज़्यादा ही पी रखी है। बच्चों जैसी हरकतें मत करो। दीदी ने तुम्हें और तुम्हारे साथ सभी को एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है। इसलिए शांत रहो, आराम से सो जाओ। मुझे तुमसे कोई दुश्मनी नहीं है। मैं तुमसे विनम्रता से निवेदन करता हूं कि उम्र में मैं तुमसे बड़ा हूं, राजनीति में नहीं, कृपया सभी को साथ लेकर चलो।