बेंगलुरु। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बेंगलुरु में एक महिला के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना पर अपनी टिप्पणी से नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि बड़े शहरों में इस तरह की घटनाएं सामान्य हैं, लेकिन पुलिस की सक्रियता के कारण स्थिति नियंत्रण में रहती है।
सोमवार (7 अप्रैल) को परमेश्वर ने कहा कि बेंगलुरु जैसे महानगरों में छेड़छाड़ जैसी वारदातें होती रहती हैं, पर पुलिस की तैनाती से शांति कायम है। यह बयान एक ऐसी घटना के संदर्भ में आया, जिसमें सुड्डागुंटेपल्या के एकांत इलाके में एक महिला के साथ बदसलूकी हुई थी।
गृह मंत्री ने आगे कहा कि ऐसी घटनाएं लोगों का ध्यान आकर्षित करती हैं। साथ ही, उन्होंने बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी दयानंद को रोजाना गश्त बढ़ाने और निगरानी सख्त करने के निर्देश देने की बात कही। उनका कहना था कि पुलिस बारिश और ठंड के बावजूद लगातार ड्यूटी निभा रही है, जिससे शहर में अमन-चैन बना हुआ है।
परमेश्वर ने पुलिस व्यवस्था पर जोर देते हुए कहा कि उन्होंने कमिश्नर को हर क्षेत्र में सख्त और व्यवस्थित गश्त सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उनका दावा है कि बीट सिस्टम को मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि कानून के अनुसार कार्रवाई हो सके।
क्या है घटना
यह घटना 3 अप्रैल को सुबह बेंगलुरु के भारती लेआउट में हुई, जब दो महिलाएं टहल रही थीं। एक शख्स ने उनमें से एक को दीवार की ओर धक्का देकर छेड़छाड़ की और फिर फरार हो गया। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर फैल गया, जिसमें दिखा कि दोनों महिलाएं डर के मारे वहां से चली गईं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
विपक्ष ने मांग इस्तीफ
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर का बयान सामने आने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और जी परमेश्वर से इस्तीफा मांगना चाहिए।’
पूनावाला ने कहा, ‘कर्नाटक कांग्रेस नेता ने देश को विशेषकर राज्य की महिलाओं को झकझोर देने वाली घटना को महत्वहीन बताया। ये चौंकाने वाली, पितृसत्तात्मक, लिंगवादी और घृणित मानसिकता को दिखाती है।’