- राहुल का पीए बन एआईसीसी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी का सदस्य बनाने के नाम पर भी की वसूली
- कटिहार के पूर्व सांसद को दिया एआईसीसी में पद का झांसा
- प्रशांत किशोर और राहुल गांधी के पीए की निकलते थे आवाज
- 2025 में पंजाब पुलिस ने पांच करोड़ के घोटाले के आरोप में किया था गिरफ्तार
पटना। बिहार की राजधानी पटना से चौंका देने वाला वाकया सामने आया है। बिहार कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में पद देने के एवज में प्रदेश कांग्रेस के तमाम नेताओं से जमकर वसूली की गई है। ठगों ने कांग्रेस के एक पूर्व सांसद से भी संपर्क साधा था। चौंकाने वाली बात यह है कि ठगों के इस गिरोह के दो सदस्यों में से एक खुद को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का पीए कनिष्क सिंह बता रहा था।
राहुल की संसद में बैठक की भेज रहे थे तस्वीरें
इस पूरे मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब ठगों ने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष और विधानसभा प्रत्याशी प्रवीण सिंह कुशवाहा को राहुल गांधी से मुलाकात कराये जाने के नाम पर दिल्ली बुला लिया और पटना में महंगे होटलों में बुकिंग के नाम पर दो लाख रुपए वसूल लिए। बिहार की गांधी मैदान पुलिस ने प्रवीण की निशानदेही पर इस मामले में रजत कुमार नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। प्रवीण का कहना था कि अपराधी मुझे संसद भवन में राहुल की बैठक की तस्वीरें लगातार मेरे व्हाट्सएप पर भेज रहे थे।
पूर्व कांग्रेस उपाध्यक्ष को बेंच रहे थे टिकट

इस चौंका देने वाली घटना की जानकारी देते हुए प्रवीण कुशवाहा ने “द लेंस” को बताया, “बुधवार (2 अप्रैल) को मेरे पास कनिष्क सिंह नाम से एक फोन आया। फोन करने वाले ने मुझसे मेरा राजनैतिक बायो डाटा व्हाट्सएप पर भेजने को कहा और पूछा कि क्या आप पदाधिकारी बनाना चाहते हैं? दूसरी बात उसने पूछा कि आप विधानसभा में कहां से चुनाव लड़ने की अपेक्षा करते हैं? जब मैंने बताया कि कहलगांव तो दूसरी तरफ से आवाज आई कि भईया यानि राहुल गांधी से बात करके आपको कल कन्फर्म करेंगे।”
2 लाख रुपए की पटना में ठगी
प्रवीण बताते हैं कि ठगों ने उन्हें दिल्ली पहुंचने को कहा और साथ ही पटना में सर्वे के लिए आने वाले 10 कांग्रेस विधायकों के लिए पांच सितारा इंतजाम करने को कहा। प्रवीण ने बताया वह दिल्ली पहुंच गए और वो ठग पटना। ठग पे पटना से फोन करके होटल बुकिंग के 4 लाख 72 हजार रुपये पटना में ही कैश दिलवाने को बोले, चूंकि प्रवीण दिल्ली में थे इसलिए पटना में अपने एक आदमी से उन्होंने 2 लाख रुपये ठग को भिजवा दिए।
कटिहार सांसद को बना रहे थे एआईसीसी का पदाधिकारी
प्रवीण ने बताया कि “मेरा माथा तब ठनका जब पूर्व सांसद अशफाक करीम ने मुझे फोनकर बताया कि इन लोगों ने मुझसे भी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज मांगे हैं, मुझे यह एआईसीसी का सदस्य बनाना चाहते हैं।”
एक गिरफ्तार एक फरार

प्रवीण ने जब तहकीकात की तो पता लगा कि फोन करने वाले शख्स का साल नाम कनिष्क सिंह नहीं रजत है और इसके साथी का नाम गौरव है। प्रवीण ने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी जिसके बाद रजत तो गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन गौरव फरार हो गया।
प्रशांत किशोर के नाम पर पंजाब में की थी ठगी
“द लेंस” को तहकीकात से पता चला है कि पंजाब के पिछले विधानसभा चुनाव में लुधियाना पुलिस ने दो ठगों को गिरफ्तार किया था, जिन पर आरोप था कि उन्होंने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के नाम पर पंजाब विधानसभा चुनाव में टिकट दिलवाने का भरोसा देकर कांग्रेस नेताओं से पांच करोड़ रुपये ठग लिए थे। ये गिरोह प्रशांत किशोर की आवाज में नेताओं से बात करता था। इनमें से एक शख्स यही रजत कुमार था जो प्रवीण कुशवाहा के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
कई प्रदेशों में फैला है जाल
आरोपी अब तक पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व बिहार के कई नेताओं के साथ ठगी कर चुके हैं। उनके पास से पंजाब पुलिस ने चोरी की स्कार्पियो भी बरामद की थी। यह गिरोह अपने साथ चार-चार गनमैन लेकर चलता था।