रायपुर। बस्तर में चल रहे सुरक्षाबलों की कार्रवाई के बाद अब नक्सलियों की ओर से एक कथित पत्र जारी किया गया है। इसमें शांति विराम और शांति वार्ता की अपील की गई है। नक्सलियों के कथित पत्र में भारत सरकार से ऑपरेशन कगार रोकने का आग्रह किया गया है।
नक्सलियों के शांति वार्ता वाले पत्र पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पत्र की ऑथेंटिसिटी एक बार और चेक करने की जरुरत है। उन्होंने पहले भी ऐसा कहा है, लेकिन ऐसा पहले हुआ नहीं है। अभी जो उन्होंने कहा है, उसमें युद्ध विराम की बात कही गई है। युद्ध विराम जैसा कोई मामला नही हैं। सरकार किसी के ऊपर गोली चलाना नहीं चाहती है, इसलिए पुनर्वास नीति लाई गई है। अगर आप चाहते हैं कि बातचीत हो तो उसके लिए व्यक्ति और समिति का निर्धारण कर दें, जिससे बातचीत हो सके। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जब आएंगे तो इस मामले पर चर्चा भी की जाएगी।
नक्सलियों की तरफ से जारी कथित पत्र में बताया गया है कि 400 से ज्यादा लोगों की हत्या की गई है। नक्सलियों ने पत्र के जरिए ये दावा किया है कि आदिवासी समुदायों के खिलाफ महत्वपूर्ण हिंसा हुई है। वे सुरक्षा बलों की वापसी और उग्रवाद विरोधी अभियानों को बंद करने की मांग करते हैं। नक्सलियों ने इसके लिए सरकार से कुछ शर्ते भी रखी हैं।

पत्र में इन बातों का है जिक्र
- संघर्ष विराम और शांति वार्ता के लिए अपील
- सीपीआई (माओवादी) केंद्रीय समिति ने मध्य भारत में युद्ध को तत्काल रोकने की मांग की है।
- वे शांति वार्ता को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत सरकार और भाकपा (माओवादी) दोनों से बिना शर्त संघर्ष विराम की मांग करते हैं।
- सरकार का माओवाद विरोधी आक्रामक (‘कागर’ ऑपरेशन) रोकने की मांग
- भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर ‘कागर’ शुरू किया माओवादी प्रभावित क्षेत्रों को लक्षित करने वाला एक गहन उग्रवाद विरोधी अभियान।
- ऑपरेशन के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर हिंसा, हत्याएं और बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां हुई हैं।
- हताहत और मानवाधिकारों का उल्लंघन
- 400 से अधिक माओवादी नेताओं, कार्यकर्ताओं और आदिवासी नागरिकों की कथित तौर पर हत्या कर दी गई है।
- महिला माओवादियों को कथित तौर पर सामूहिक यौन हिंसा और फांसी के अधीन किया गया है।
- कई नागरिकों को गिरफ़्तार किया गया है और अवैध हिरासत और यातना के अधीन किया गया है।
नोट- पत्र तेलगू में लिखा गया है, जिसका हिन्दी अनुवाद किया गया है।