286 दिन अंतरिक्ष में बिताने वाली भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने बताया कि अंतरिक्ष से भारत अद्भुत, बिल्कुल अद्भुत दिखता है। यही सवाल जब अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा से तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने पूछा था तो उन्होंने भी जवाब में “सारे जहां से अच्छा” कहा था।
दाअसल, 31 मार्च को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुनीता विलियम्स ने अपने अनुभव साझा किए। भारतीय मूल की होने के नाते उन्होंने विशेष रूप से हिमालय के मनमोहक दृश्यों की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि जब भी आईएसएस हिमालय के ऊपर से गुजरता था, तो उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर अविश्वसनीय तस्वीरें खींचते थे।
विलियम्स ने बताया कि अंतरिक्ष से भारत को देखना उन्हें उनकी जड़ों से जुड़ने का अहसास कराता है। खासकर रात के समय भारत के बड़े शहरों की जगमगाहट और छोटे कस्बों की रोशनी का दृश्य बेहद आकर्षक होता है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा अनुभव था, जिसे शब्दों में बयां करना कठिन है।
क्या है आगमी प्लान
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विलियम्स ने नासा के आगामी एक्सिओम मिशन को लेकर भी उत्साह दिखाया, जिसमें भारतीय वायु सेना के परीक्षण पायलट और इसरो के अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए एक गर्व की बात है और शुक्ला को “होमटाउन हीरो” कहा।
इसके अलावा, सुनीता विलियम्स ने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में सहयोग देने की इच्छा भी जताई। उन्होंने कहा कि वह अपने अनुभव साझा करना चाहती हैं और भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करने के लिए तैयार हैं।
भारत यात्रा पर क्या बोलीं सुनीता
सुनीता विलियम्स ने जल्द ही भारत यात्रा करने की भी इच्छा जताई और मजाकिया लहजे में कहा कि वह अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों को भारत ले जाना चाहेंगी और उन्हें मसालेदार भारतीय भोजन का स्वाद चखाना चाहेंगी। सुनीता ने कहाकि वह “पिता के देश” की यात्रा करने की उम्मीद करती हैं।