[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
AIIMS रायपुर को सिंगापुर में मिला ‘सर्वश्रेष्ठ पोस्टर अवॉर्ड’
मन उदास है, जन्मदिन नहीं मनाऊंगा – महंत
पहाड़ियों को बचाने के लिए ‘अरावली विरासत जन अभियान’
उमर को सिर्फ बहन की शादी में शामिल होने की इजाजत
छत्तीसगढ़ के होटल कारोबारी ने महिला DSP पर लगाए 2 करोड़ की ठगी के आरोप, DSP ने बताया षड्यंत्र
सरकारी सिस्टम की मेहरबानी से छत्तीसगढ़ में धान तस्करी, मध्यप्रदेश से धान बॉर्डर पार करा रहे नायब तहसीलदार
कोरबा में तंत्र-मंत्र के चक्कर में कबाड़ कारोबारी और उसके दो साथियों की हत्या
यूपी समेत पांच राज्‍यों में बढ़ाई गई SIR की समय सीमा, जानिए क्‍या हैं नई तारीखें
पशु तस्करी के शक में युवकों की पिटाई, मामूली धाराओं में FIR, पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
गोवा नाइट क्लब मालिक लूथरा ब्रदर्स थाईलैंड में गिरफ्तार, कल हुआ था पासपोर्ट रद्द अब जल्द भारत लाए जाएंगे
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स

क्या टेक वर्कर्स के नौकरियों पर पड़ी AI की मार? किस कंपनी ने किया ले-ऑफ, यहां देखें लिस्ट

पूनम ऋतु सेन
पूनम ऋतु सेन
Byपूनम ऋतु सेन
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की...
Follow:
Published: March 22, 2025 5:03 PM
Last updated: March 22, 2025 5:03 PM
Share
SHARE

टेक्नोलॉजी डेस्क| टेक्नोलॉजी की चमकती दुनिया में एक नया तूफान आया है, जहाँ एक तरफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन ने भविष्य को और आसान बनने का दावा किया, वहीं दूसरी ओर यह लाखों नौकरियों के लिए खतरा बन गया है। मार्च 2025 तक, टेक दिग्गजों जैसे बोइंग, अमेज़न, और टिकटॉक ने अपने कर्मचारियों की संख्या में भारी कटौती की है। क्या यह आर्थिक मंदी का असर है या तकनीक का बदलता खेल? आइए, इस खबर को विस्तार से समझते हैं।

पिछले कुछ महीनों में टेक कंपनियों ने अपने बजट में कटौती करने के लिए नौकरियों से हटाने का सिलसिला तेज कर दिया है। बिजनेस इनसाइडर के रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2024 में 1,65,000 से अधिक टेक कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा, और 2025 में यह आँकड़ा और बढ़ रहा है। Layoffs.fyi जैसे ट्रैकर्स और अन्य मीडिया रिपोर्ट्स ने इसकी पुष्टि की है। आइए कुछ बड़ी कंपनियों के हाल पर नज़र डालें:

1 बोइंग
कब: नवंबर 2024
कितने प्रभावित: 17,000 कर्मचारी (कुल कार्यबल का 10%)
कहाँ: वाशिंगटन में 2,199 कर्मचारी प्रभावित
क्यों: वित्तीय संकट, हड़ताल, और उत्पादन में देरी ने बोइंग को यह कदम उठाने पर मजबूर किया।

2 अमेज़न
कब: 2025 की शुरुआत
कितने प्रभावित: 14,000 मैनेजरियल पद
क्यों: लागत में कटौती और AI पर बढ़ता फोकस
कंपनी का कहना है कि यह कदम परिचालन दक्षता के लिए ज़रूरी है।

3 टिकटॉक
कब: 2025 की शुरुआत
कितने प्रभावित: मलेशिया में 500+ कर्मचारी
क्यों: कंटेंट मॉडरेशन में AI का इस्तेमाल बढ़ाने के कारण कर्मचारियों की ज़रूरत कम हुई।

4 स्ट्राइप
कब: जनवरी 2025
कितने प्रभावित: 300 कर्मचारी
क्यों: प्रोडक्ट और इंजीनियरिंग टीमों में बदलाव के लिए यह कदम उठाया गया।

5 एचपी: हार्डवेयर से सॉफ्टवेयर की राह
कब: मार्च 2025 तक
कितने प्रभावित: 1,000-2,000 कर्मचारी
क्यों: कंपनी का फोकस अब सर्विस-आधारित बिजनेस पर है।

( स्त्रोत – Layoffs.fyi, रॉयटर्स, बिजनेस टुडे, टेक क्रंच, और WARN नोटिस )


ये तो हुई मल्टी नेशनल कंपनियों की बात, लेकिन भारत में भी टेक छंटनियों की आँच पहुँच चुकी है। 2024 में 20,000 से अधिक कर्मचारी स्टार्टअप्स और टेक फर्मों से निकाले गए। बायजू और स्विगी जैसी कंपनियाँ इन लिस्ट में शामिल हैं। फंडिंग की कमी और बढ़ते खर्चों ने यहाँ की कंपनियों को भी मुश्किल में डाल दिया है।

इन सभी रिपोर्ट्स के आधार पर मुख्यतौर पर तीन बड़े कारण सामने आए हैं:
1 आर्थिक मंदी: वैश्विक मंदी और बढ़ती ब्याज दरों ने कंपनियों पर लागत कम करने का दबाव डाला है।
2 AI का उभार: टिकटॉक और अमेज़न जैसी कंपनियाँ AI को अपनाकर मानव श्रम की जगह मशीनों को तरजीह दे रही हैं।
3 पुनर्गठन: बोइंग और एचपी जैसी कंपनियाँ अपने बिजनेस मॉडल को बदल रही हैं, जिसके लिए कर्मचारियों की संख्या में कटौती जरूरी हो गई।

एक तरफ जहाँ AI और ऑटोमेशन नए अवसर पैदा कर रहे हैं, वहीं यह नौकरियों के लिए खतरा भी बन रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ सालों में टेक सेक्टर में “स्किल शिफ्ट” होगा, जो कर्मचारी नई तकनीकों में महारत हासिल करेंगे, वही इस दौर में टिक पाएँगे।

टेक की दुनिया में यह बदलाव कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार इसका दायरा चिंता का विषय बन गया है खासकर टेक कंपनी के कर्मचारियों के लिए।

TAGGED:AIJOBSLAYOFFTECH COMPANIESTECHNOLOGY
Byपूनम ऋतु सेन
Follow:
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की उत्सुकता पत्रकारिता की ओर खींच लाई। विगत 5 वर्षों से वीमेन, एजुकेशन, पॉलिटिकल, लाइफस्टाइल से जुड़े मुद्दों पर लगातार खबर कर रहीं हैं और सेन्ट्रल इण्डिया के कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अलग-अलग पदों पर काम किया है। द लेंस में बतौर जर्नलिस्ट कुछ नया सीखने के उद्देश्य से फरवरी 2025 से सच की तलाश का सफर शुरू किया है।
Previous Article 22 मार्च-जनता कर्फ्यू : जब ताली-थाली बजवाकर हमारी वैज्ञानिक सोच को कुंद कर दिया गया
Next Article कांग्रेस ने छत्‍तीसगढ़ में बदले 11 जिला अध्‍यक्ष
Lens poster

Popular Posts

बेल के बाद भी जेल में रहेंगी सौम्या और रानू साहू, कोल स्कैम केस में 12 आरोपियों को सुको से राहत

रायपुर। छत्तीसगढ़ के ईओडब्ल्यू में दर्ज कोयला घोटाला मामले में जेल का बंद निलंबित आईएएस…

By नितिन मिश्रा

महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन होंगे NDA के उपराष्ट्रपति पद के दावेदार

लेंस डेस्क। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) के उपराष्ट्रपति पद के…

By The Lens Desk

प्रशांत किशोर के अजब गजब खुलासे, डिप्टी सीएम और अन्य एनडीए नेता घिरे

नई दिल्ली। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बिहार की राजनीति…

By दानिश अनवर

You Might Also Like

टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स

भूटान में शुरू हुई स्टारलिंक की इंटरनेट सेवा, टैरिफ जानकर चौंक जाएंगे आप!

By The Lens Desk
SC PIL 'बच्चों को फोन दे रहे हैं?' सुप्रीम कोर्ट की पेरेंट्स को चेतावनी, ओटीटी और सोशल मीडिया पर बढ़ता अश्लील कंटेंट!
टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स

‘बच्चों को फोन दे रहे हैं?’ सुप्रीम कोर्ट की पेरेंट्स को चेतावनी, ओटीटी और सोशल मीडिया पर बढ़ता अश्लील कंटेंट!

By पूनम ऋतु सेन
Matt Deitke
टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स

24 साल के लड़के ने ठुकराया 1000 करोड़ का ऑफर, फिर Zuckerberg ने दिया 2000 करोड़ का ऑफर, जानें कौन हैं वो?

By पूनम ऋतु सेन
टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स

मस्क ने 100 अरब डॉलर में चैट जीबीटी खरीदने का दिया ऑफर, तो सैम ऑल्टमैन ने X खरीदने की कह डाली बात

By The Lens Desk

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?