जगदलपुर/रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में दो अलग-अलग मुठभेड़ में करीब ढाई दर्जन नक्सली मारे गए हैं। बीजापुर और नारायणपुर में ये मुठभेड़ हुई है। बीजापुर में 26 नक्सलियों के शव मिले हैं। कांकेर-नारायणपुर बॉर्डर में हुई वारदात में 4 नक्सली मारे गए हैं। वहीं, डीआरजी का एक जवान शहीद हो गया है। सबसे बड़ी सफलता बीजापुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर मिली। यहां नक्सलियों के कोर गंगालुर इलाके में फोर्स में घुसी है। जवानों ने नक्सलियों के बड़े कैडर्स को घेर रखा है। दोनों तरफ से फायरिंग अब भी जारी है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इसकी पुष्टि की है।
बीजापुर में फोर्स को सूचना मिली थी कि गंगालूर इलाके में बड़ी संख्या में नक्सली मौजूद हैं। इसी के आधार पर दंतेवाड़ा, बीजापुर बॉर्डर पर पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन लॉन्च किया। एक दिन पहले जवानों ने एंड्री इलाके को घेर लिया था। गुरुवार को सुबह से ही जवानों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई।
बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव का कहना है कि मुठभेड़ जारी है। खत्म होने के बाद ही सारी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। इधर, दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने कहा कि हिरोली से जवान निकले हैं। मुठभेड़ चल रही है।
दूसरी तरफ कांकेर-नारायणपुर बॉर्डर क्षेत्र में माओवादियो की उपस्थिति की सूचना प्राप्त होने पर सर्चिंग अभियान पर संयुक्त पुलिस पार्टी रवाना हुई थी। सर्चिंग के दौरान गुरुवार सुबह से कांकेर-नारायणपुर सरहदी क्षेत्र मे डीआरजी/बीएसएफ की संयुक्त पुलिस पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है। मुठभेड़ में 4 नक्सलियों के शव और ऑटोमैटिक हथियार बरामद किए गए हैं। रुक रुक कर फायरिंग की जा रही है। सर्च अभियान जारी है।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन दोनों मुठभेड़ के बाद एक्स पर पोस्ट कर एक बार फिर नक्सल मुक्त भारत अभियान की बात कही। उन्होंने लिखा – ‘नक्सलमुक्त भारत अभियान’ की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारे सुरक्षा बलों के 2 अलग-अलग ऑपरेशन्स में 22 नक्सली मारे गए। मोदी सरकार नक्सलियों के विरुध्द रुथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की तमाम सुविधाओं के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सलमुक्त होने वाला है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रदेश में नक्सलवाद के विरुद्ध हमारी लड़ाई मजबूती से जारी है। आज सुरक्षाबल के जवानों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में बीजापुर-गंगालूर में 18 और कांकेर-नारायणपुर में 4 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। मुठभेड़ में डीआरजी के जवान के शहीद होने की भी दुःखद खबर है। उनकी यह शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के, मार्च 2026 तक देश-प्रदेश में नक्सलवाद के खात्मे के संकल्प को मजबूती प्रदान करते हुए, सुरक्षाबल के जवान निरंतर सफलता हासिल कर लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। जवानों को मिली यह सफलता सराहनीय है। उनके हौसले और अदम्य साहस को नमन करता हूं।
वहीं, प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा – ‘बीजापुर, दंतेवाड़ा के गंगलूर में सुबह से मुठभेड़ जारी है। 18 नक्सलियों के शव गंगलूर से बरामद किए हैं। एक जवान नक्सल मुठभेड़ में शहीद हुए हैं। छत्तीसगढ़ की पूरी सरकार शहीद जवान के परिवार के साथ खड़ी है। जवानों की भुजाओं की ताकत पर बड़ा ऑपरेशन सफल हुआ है। बीजापुर नक्सलवाद का एक बड़ा क्षेत्र है। समूचा बस्तर, बीजापुर लाल आतंक से मुक्त होगा। समूचा बस्तर, बीजापुर अब बदल रहा है। नक्सलियों के शव का चिन्हांकन होना बचा है।’