The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
  • More
    • English
    • स्क्रीन
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • आंकड़ा कहता है
    • टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स
    • धर्म
    • नौकरी
    • लेंस अभिमत
    • साहित्य-कला-संस्कृति
    • सेहत-लाइफस्‍टाइल
    • अर्थ
Latest News
पीएम मोदी को सीएम साय ने बताया – बस्तर में डर नहीं, डिजिटल बदलाव, नक्सल ऑपरेशन की कामयाबी की रिपोर्ट भी दी
स्टारलिंक को सेवा शुरू करने का लाइसेंस, सैटेलाइट इंटरनेट वाली देश में तीसरी कंपनी
क्या सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान को आतंकवाद का पनाहगार साबित कर पाया ?
बीजापुर नेशनल पार्क में दूसरे दिन भी मुठभेड़ जारी, अब तेलंगाना का बड़ा नक्सली भास्कर ढेर
छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग ने जारी की प्रवेश मार्गदर्शिका, इन नियमों का करना होगा पालन
छत्तीसगढ़ में थाना प्रभारियों का प्रमोशन, 46 TI बने DSP, डीपीसी के बाद राज्य सरकार ने जारी किया आदेश
अरविंद नेताम ने संघ प्रमुख से कहा : अपनी छतरी में बौद्ध, जैन और सिख समुदाय जैसी जगह दे दें आदिवासियों को 
अमिताभ जैन का उत्तराधिकारी खोजने में छूटा पसीना, रेणु पिल्ले के नाम की चर्चा क्‍यों नहीं ?
पहलगाम हमला मानवता और कश्मीरियत पर हमला : पीएम मोदी
रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती, झूम उठा शेयर बाजार,  सेंसेक्‍स 82 हजार के पार
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • देश
  • दुनिया
  • लेंस रिपोर्ट
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • Podcast
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
  • More
    • English
    • स्क्रीन
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • आंकड़ा कहता है
    • टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स
    • धर्म
    • नौकरी
    • लेंस अभिमत
    • साहित्य-कला-संस्कृति
    • सेहत-लाइफस्‍टाइल
    • अर्थ
Follow US
© 2025 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
The Lens > लेंस अभिमत > बदहाल बिहार
लेंस अभिमत

बदहाल बिहार

The Lens Desk
Last updated: March 17, 2025 6:10 pm
The Lens Desk
Share
SHARE

कभी कथित तौर पर “जंगलराज” से नवाजे जा चुके बिहार की बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति ने सचमुच चिंता में डाल दिया है, जहां हाल ही में दो एएसआई की हत्या कर दी गई। इनमें से एक घटना मुंगेर की है, जहां दो गुटों का झगड़ा निपटाने गए एक एएसआई पर भीड़ ने जानलेवा हमला कर दिया। दूसरी घटना अररिया की है, जहां एक अपराधी को पकड़ने गए एक एएसआई की ग्रामीणों ने हत्या कर दी। यही नहीं, दरभंगा, मधुबनी और नवादा में भी पुलिस दलों पर हमले की खबरें हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां अपराधियों के हौसले कितने बुलंद है। लगभग दो दशक से बिहार की कमान नीतीश कुमार के हाथों में है, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों की ये घटनाएं बता रही हैं कि “सुशासन बाबू” की पकड़ कितनी ढीली पड़ चुकी है। हालत यह हो गई है कि राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर राजद की ओर से जब विधानसभा में प्रभावी कार्रवाई को लेकर बयान दिया गया तो सत्तारूढ़ एनडीए के कई सदस्यों ने उसका समर्थन किया। मुश्किल यह है कि बड़े अपराधियों से निपटने के लिए मुठभेड़ को कारगर तरीका मान लिया गया है, जैसा कि एक सत्तारूढ़ विधायक ने विधानसभा में गोली का जवाब गोली से देने की वकालत की! बिहार के मौजूदा हालात संस्थागत पतन को दिखा रहे हैं, लेकिन किसी भी लोकतंत्र में ऐसी चुनौतियों का जवाब “पुलिस स्टेट” बनकर नहीं दिया जा सकता।

TAGGED:Arariabihar policeEditorialLaw & OrderMungerNitish Kumar
Share This Article
Email Copy Link Print
Previous Article कल्पना चावला की जयंती पर खास  : पहला मिशन, पृथ्वी के 252 चक्कर और 1.67 करोड़ किमी की दूरी
Next Article क्‍या है ट्रंप की मंशा : अमेरिका में जगहों, स्‍मारकों के नाम क्‍यों बदले जा रहे हैं

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

तुर्किये पर भारत की सख्ती, लेकिन चीन को क्यों बख्शा..?

नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के हालिया सैन्य टकराव में पाकिस्तान की मदद करने वाले देशों पर…

By Arun Pandey

भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर मुहर

नई दिल्ली। भारत और ब्रिटेन ने मंगलवार को एक बहुप्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (FTP) पर…

By Lens News Network

स्टालिन का केंद्र से दो टूक, उत्तर भारत में क्यों नहीं बनाए गए दक्षिणी भाषाओं के संस्थान

चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार पर हिंदी थोपने…

By The Lens Desk

You Might Also Like

The Lens
लेंस अभिमत

बच्चों को दूर रखें

By Editorial Board
लेंस अभिमत

सीएए की अगली कड़ी

By The Lens Desk
लेंस अभिमत

हमारे सामूहिक विवेक पर तिरपाल!

By The Lens Desk
लेंस अभिमत

जब हास्य प्रतिरोध बन जाए!

By The Lens Desk

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?