फ्लोरिडा| नासा की भारतीय मूल कीअंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बैरी विल्मोर पिछले साल जून से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर अटके हुए हैं। 8 दिनों का छोटा-सा मिशन अब 9 महीने से ज्यादा का हो चुका है, और अब उनकी वापसी का सपना एक बार फिर टूट गया। स्पेसएक्स का क्रू-10 मिशन, जो उन्हें बचाने के लिए तैयार था, बुधवार को लॉन्चपैड पर आखिरी मिनट में तकनीकी खराबी की वजह से टल गया है।
लॉन्च से पहले फेल हुआ मिशन
स्पेसएक्स का क्रू-10 मिशन बुधवार शाम 7:48 बजे फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरने वाला था। जिसमें 4 अंतरिक्ष यात्री रॉकेट में सवार थे,लेकिन काउंटडाउन में सिर्फ 45 मिनट बाकी रहते ही नासा और स्पेसएक्स ने ऐलान किया, लॉन्च कैंसिल! जिसकी वजह बताई गयी ग्राउंड साइड पर हाइड्रोलिक सिस्टम का धोखा देना। नासा के लॉन्च कमेंटेटर डेरोल नेल ने बताया की “रॉकेट और अंतरिक्ष यान तो एकदम फिट थे, लेकिन जमीन पर हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी आने से मिशन को रोकना पड़ा। फिलहाल अभी नई तारीख का ऐलान नहीं हुआ है, सुनीता और बैरी का इंतजार अब और लंबा होने वाला है।

8 दिन का मिशन बना अंतरिक्ष का अनंत सफर
सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर की कहानी किसी साइंस-फिक्शन फिल्म से कम नहीं। 5 जून 2024 को दोनों बोइंग स्टारलाइनर में सवार होकर आईएसएस के लिए निकले थे। प्लान था—8 दिन में मिशन पूरा कर वापस आना। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। आईएसएस पहुंचते ही स्टारलाइनर में प्रोपल्शन सिस्टम ने गड़बड़ शुरू कर दी। नासा ने इसे क्रू के साथ वापस लाने का रिस्क नहीं लिया और आखिरकार खाली अंतरिक्ष यान को धरती पर उतार दिया। लैंडिंग तो सेफ रही, लेकिन सुनीता और बैरी अंतरिक्ष में ही रह गए। अब 9 महीने बीत चुके हैं, और वे स्पेस स्टेशन में फंसे हुए हैं।
क्रू-10,वापसी के लिए महत्वपूर्ण कदम
नासा और स्पेसएक्स का संयुक्त क्रू-10 मिशन चार नए अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पर भेजने के लिए तैयार किया गया था, जो वर्तमान दल, जिसमें विलियम्स और विल्मोर शामिल हैं, उन दोनों की जगह लेते। उनकी वापसी इस मिशन की सफलता पर निर्भर है,लेकिन इस देरी ने इसे और मुश्किल बना दिया है।

तकनीक की चुनौती बनाम इंसानी हौसला
नासा और स्पेसएक्स की टीमें अब हाइड्रोलिक सिस्टम की इस पहेली को सुलझाने में जुट गई हैं। रॉकेट तैयार है, अंतरिक्ष यात्री तैयार हैं, लेकिन तकनीक बार-बार मुश्किलें पैदा कर रही है। फिर भी, सुनीता विलियम्स का हौसला देखने लायक है। अंतरिक्ष में महीनों बिताने के बाद भी वे आईएसएस पर अपना काम जारी रखे हुए हैं। लेकिन सवाल वही है, कब विलयम्स और विल्मोर धरती में वापसी कर पाएंगे ?