रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई निवास पर ईडी की टीम 11 घंटे तक जांच करने के बाद निकल गई है। ईडी की टीम को भूपेश बघेल के घर से दस्तावेज मिलें हैं, साथ ही घर में रखे 35 लाख रुपए कैश को गिनने के लिए ईडी के अधिकारियों ने मशीन भी मंगाई थी। वहीं भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल से भी ईडी की टीम ने पूछताछ की है। बता दें कि सोमवार तड़के ईडी की टीम ने 15 ठिकानों पर रेड की थी। 11 घंटे तक चली पूछताछ के बाद पूर्व सीएम भूपेश ने कहा कि मैं ढाई साल से छापे का इंतजार कर रहा था। मैने विजय शर्मा से सवाल पूछा तो ईडी भेज दी गई।
15 ठिकानों पर छापा
ईडी की टीम ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े कई ठिकानों समेत 15 जगहों पर छापे पड़े हैं। चैतन्य के करीबी और सहयोगी लक्ष्मीनारायण बंसल और पप्पू बंसल, नेहरू नगर में मनोज राजपूत, चरोदा में अभिषेक ठाकुर और संदीप सिंह, कमल अग्रवाल किशोर राइस मिल दुर्ग, सुनील अग्रवाल सहेली ज्वेलर्स दुर्ग और बिल्डर अजय चौहान के यहां भी छापा मारा था। हालांकि यह साफ नहीं हुआ है कि किस घोटाले के संदर्भ में यह छापा मारा गया है।
हम साथ– साथ हैं
सुबह से ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर छापे की खबर के बाद सड़क से लेकर सदन तक हंगामा शुरू हो गया था। सदन में कांग्रेस विधायकों ने ईडी की करवाई को लेकर विरोध जताया, इसके बाद सभी विधायक भूपेश बघेल के घर के बाहर इकट्ठे हो गए। बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, विधायक उमेश पटेल, पूर्व विधायक शिव डहरिया समेत सभी विधायक मौजूद रहे।
ईडी को मिले दस्तावेज और नगदी
ईडी के अधिकारियों ने पूर्व सीएम के घर से कुछ दस्तावेजों के साथ 35 लाख रुपए बरामद किए हैं। हालांकि ईडी की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। आधिकारिक बयान आने के बाद पता चलेगा कि ईडी ने क्या दस्तावेज जब्त किए हैं।
पूर्व सीएम ने कहा- 2–3 साल से कर रहा था इंतजार
11 घंटे की पूछताछ के बाहर निकले पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सुबह साढ़े सात बजे ईडी के अधिकारी घर आए, उन्होंने मुझे बताया कि हम ईडी से हैं। मैने कहा कि आइए स्वागत है आपका 2–3 साल से इंतजार कर रहा था। मैने विजय शर्मा से सवाल किया था।यह बात भाजपा को पसंद नहीं आई, इसलिए छापेमारी की गई। मेरे घर से जो 35 लाख रुपए बरामद हुए हैं, वह सब हमारे कृषि व्यवसाय की वजह से है।