नई दिल्ली। जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद को देशद्रोह के मामले में बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 2019 में दर्ज इस मामले को वापस लेने की दिल्ली पुलिस की अर्जी स्वीकार कर ली है।
यह मामला शेहला रशीद द्वारा 18 अगस्त 2019 को किए गए उन ट्वीट्स से संबंधित था, जिनमें उन्होंने भारतीय सेना पर कश्मीर में घरों में घुसकर स्थानीय लोगों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। सेना ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मामला दर्ज किया था।
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिश पर शेहला के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी वापस ले ली थी। पुलिस ने अदालत में मामला वापस लेने की अर्जी दाखिल की, जिसे मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अनुज कुमार सिंह ने 27 फरवरी 2025 को स्वीकार कर लिया था।
जेएनयू छात्र आंदोलन से चर्चा में आई थीं शेहला रशीद
शेहला राशिद 2016 में जेएनयू में छात्र आंदोलन के दौरान सुर्खियों में आई थीं। तब लेफ्ट विचारधारा के छात्रों कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य सहित अन्य छात्रों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। उस समय तत्कालीन छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शेहला राशिद ने उस समय इनकी गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
इस केस में कन्हैया कुमार को कोर्ट से राहत मिल चुकी है। जिसके बाद 2019 में उन्होंने बिहार में सीपीआई के टिकट पर और 2024 में कांग्रेस से दिल्ली में लोकसभा चुनाव लड़ा। कन्हैया दोनों चुनाव हार गए फिलहाल वो कांग्रेस में पदाधिकारी हैं। उसी आंदोलन से चर्चा में आए
छात्र नेता मोहसिन मोहम्मद केरल की पतांबी विधानसभा सीट से एलडीएफ के टिकट पर चुनाव जीत कर विधायक हैं। उमर खालिद खालिद अभी जेल में हैं। दिसंबर 2024 में उमर खालिद को परिवार में एक शादी में शामिल होने के लिए सात दिनों की अंतरिम जमानत पर बाहर आए थे, 3 जनवरी को उन्होंने सरेंडर कर दिया था।
पीएम मोदी की तारीफ कर चुकी हैं शेहला
2015 में जेएनयू छात्र संघ के उपाध्यक्ष पद पर चुनाव जीतने वाली शेहला पहली कश्मीरी महिला हैं। एक समय में वह बीजेपी और मोदी सरकार की घोर आलोचक रही हैं, लेकिन बीते कुछ समय से उन्होंने लगभग यू टर्न ले लिया है। मोदी सरकार के समर्थन में दिए गए एक बयान के बचाव में उन्होंने कहा था कि वह नहीं बदली हैं, बल्कि कश्मीर की स्थिति बदल गई है।
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए शेहला ने कहा कि वो एक निस्वार्थ व्यक्ति हैं, उन्होंने भारत के लिए कई बड़े फैसले बिना डरे लिया है। इस दौरान उन्हें काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा, लेकिन फिर भी वो अडिग खड़े रहे।